लखनऊ : आपरेशन के डर के चलते कारोबारी राजेन्द्र ने खुद को गुरुवार की शाम घर पर गोली मारी थी। इलाज के दौरान शनिवार की देर रात राजेन्द्र की ट्रामा सेंटर में मौत हो गयी।

राजधानी लखनऊ के वजीरगंज के पाण्डेयगंज पुलिस चौकी के पास रहने वाले राजेन्द्र केसरवानी का दाल का कारोबार है। परिवार में पत्नी, दो बेटे अभिनव व अखिल हैं। परिवार वालों के मुताबिक राजेन्द्र को काफी दिनों गाल ब्लाडर में कैंसर की बीमारी थी। उसका इलाज पीजीआई मेंं चल रहा है। डॉक्टरों ने उनके ऑपरेशन की बात कही थी।
पीजीआई मेंं भर्ती करने के लिए परिवारीजनों ने पूरी तैयारी कर चुके थे। पत्नी के मुताबिक वह बृहस्पतिवार को हरितालिका तीज का निर्जला व्रत रखे थी। रात को बेटों और बहू को पूजन व दर्शन के लिए मंदिर भेज दिया। इसके बाद वह घर पर पूजा की तैयारी करने मे लग गयी। तभी अचानक गोली चलने की आवाज आयी तो बालकनी में जाकर देखा तो राजेन्द्र फर्श पर लहूलुहान पड़े थे।
परिवार के लोग राजेन्द्र को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान शनिवार की देर राज राजेन्द्र की मौत हो गयी। चौक पुलिस ने राजेन्द्र के शव का पोस्टमार्टम कराया और फिर शव को परिवार वालों के हवाले कर दिया। मृतक के बेटे अखिलेश ने बताया उनके पिता राजेन्द्र इंजेक्शन भी लगवाने से डरते थे।
जब पीजीआई के डाक्टरों ने बताया कि आपरेशन करके गाल ब्लेडर निकाल पड़ेगा। तभी राजेन्द्र को बचाया जा सकता है। आपरेशन का नाम सुन कर राजेन्द्र केसरवानी को सदमा हो गया था और आपरेशन कराने से मना कर दिये थे।
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