लखनऊ: प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत एक युवक को लोन दिलाने के नाम पर जालसाजों ने 58 हजार रुपये की ठगी का अंजाम दिया। लोन की चाह में युवक भी जालसाजों के जाल में फंस गया और एक के बाद एक 58 हजार रुपये जमा कर डाले। कुछ समय के बाद जब उसको लोन नहीं मिला तो उसने छानबीन की तो पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है। अब इस संबंध में पीडि़त ने राजधानी लखनऊ के गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज करायी है।
गाजीपुर के सेक्टर सी इलाके में सुमित जोशी अपने परिवार के साथ रहता है। सुमित का कहना है कि कुछ समय पहले उसने क्वीकर नाम की एक वेबसाइट पर लोन के लिए एड पोस्ट किया था। इसके बाद उसके पास देवकी नंदन फाइनेंस नाम की एक कम्पनी से फोन आया। फोनकर्ता ने खुद का नाम वरूण बताया और सुमित से बातचीत की। इसके बाद सुमित ने अपने सारे प्रमाण पत्र उसको आनलाइन दिखाये।
प्रमाण पत्र देखने के बाद फोनकर्ता ने बताया कि उसको 13 लाख रुपये प्रधानमंत्री रोजगार योजन के तहत मिल सकते हैं। लोन हासिल करने के लिए फोनकर्ता ने 6500 रुपये प्रोजेक्ट प्रेजेनटेंशन के नाम पर मांगे। इस पर सुमित ने फोनकर्ता के बताये गये खाते में 6500 रुपये डाल दिये। इसके बाद फोनकर्ता ने उसको पावर प्वाइंट साफ्टवेयर पर प्रेजेनटेंशन बनाकर भेजा और बताया कि प्रेजेनटेंशन की हार्ड कापी कोरियर से भेज दी जायेगी।
इसके बाद फोनकर्ता ने सुमित को इस बात की जानकारी दी कि उसके पास सत्यापन के लिए फोन आया और उसको सत्यपान करने वाले अधिकारी को सारे सवालों का सही जवाब देना होगा। सही जवाब न देने पर उसको लोन कैंसिल हो जायेगा। इसके बाद सुमित के पास सत्यपान के लिए फोन आया पर वह फोन पर सही जवाब नहीं दे सका। सुमित ने फौरन इस बात की जानकारी फोनकर्ता वरूण को दी।
वरूण ने सुमित को आश्वासन दिया कि वह अधिकारियों से बात करके कुछ हाल निकल लेगा। इसके बाद वरूण ने फिर सुमित को फोन किया और बताया कि अधिकारी लोन स्वीकृत करने के नाम पर रुपये की मांग रह रहे हैं। इसके बाद सुमित ने फिर से वरूण के बताये गये खाते से 39000 हजार रुपये डाल दिये। सुमित ने फिर वरूण को कॉल की तो वरूण ने फिर से 13 हजार रुपये की और मांग रखी।
काफी बहस के बाद सुमित ने फिर से वरूण के खाते में 13 हजार रुपये ट्रंासफर कर दिये। 58500 रुपये देने के बाद भी जब सुमित को लोन की राशि नहीं मिली तो उसको कुछ शंका हुई। सुमित ने जब छानबीन करायी तो पता चला कि उसके साथ लोन दिलाने के नाम पर ठगी की गयी है। ठगी का पता चलने पर सुमित ने इस संबंध में गाजीपुर थाने में वरूण व पीके खत्री नाम के दो लोगों के खिलाफ अमानत में खयानत व धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करायी है।