लखनऊ: पुलिस की संवदेनहीनता की बात को तो अक्सर सुनने को मिलती पर अब एक ऐसी घटना सामने आयी हैं, जहां पर थाने में शिकायत न सुने जाने से नाराज एक टेम्पो चालक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। टेम्पो चालक अपनी पत्नी व उसके भाइयों के खिलाफ शिकायत लेकर पीजीआई पुलिस के पास पहुंचा था पर पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी। पुलिस की इस संवेदनहीनता के चलते टेम्पो चालक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। अब पुलिस टेम्पो चालक की आत्महत्या को लेकर लीपा-पोती कर रही है।
पीजीआई के हैबतमऊ मवैया इलाके में दुकानदार काशी प्रसाद अपने परिवार के साथ रहता है। काशी के सबसे छोटे बेटे 25 वर्षीय सुशील की शादी तीन साल पहले ठाकुरगंज के बालागंज निवासी गंगाराम की बेटी सरोज से हुई थी। परिवार वालों का कहना है कि दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था।
करीब पांच माह पहले सरोज के भाइयों ने झगड़े के चलते सुशील को पीटा भी था। इसके बाद दोनों परिवार वालों ने दोनों पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया था और दोनों साथ में रहने लगे थे। सुशील के परिवार वालों का कहना है कि मंगलवार को फिर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद सुशील की पत्नी सरोज जेवरात लेकर अपने मायके चली गयी।
इसके बाद सरोज के भाइयों ने सुशील को जान से मारने की धमकी दी थी। बताया जाता है कि बुधवार की दोपहर सुशील अपने परिवार वालों के साथ इस बात की शिकायत लेकर पीजीआई कोतवाली पहुंचा था पर पुलिस वालों ने उन लोगों को वहां से भगा दिया था।
आरोप है कि पुलिस की इसी संवेदनहीनता से परेशान सुशील ने अपने घर आया और फिर कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। सुशील की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मौके पर सीओ सहित पीजीआई पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस वालों को परिवार वालों के विरोध का सामान करना पड़ा। इस पर सीओ कैण्ट ने सुशील के ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं पीजीआई पुलिस ने छानबीन के बाद सुशील के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिवार वालों का का रो रो कर बुरा हाल
सुशील की अचानक मौत से पूरा परिवार सदमे में है। सुशील तीन भाइयों में छोटा था और अपने माता पिता का भी ख्याल रखता था। बेटे की मौत के बाद मां का रो रो कर बुरा हाल है। वह बार-बार एक ही बात कह रही थी कि मुझे पता होता कि बेटा कमरे में जाकर फांसी लगा लेगा तो वह उसको कमरे मेें नहीं जाने देती।
सीओ का कहना तहरीर देने के लिए कहा गया था
सुशील की आत्महत्या के संबंध में जब सीओ कैण्ट तनु उपाध्याय से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि सुशील शिकायत थाने गया था। उस वक्त एसओ पीजीआई धरना प्रदर्शन के चलते शक्ति भवन पर मौजूद थे। थाने में मौजूद स्टाफ ने सुशील को तहरीर लिखकर देने के लिए कहा था, पर वह फिर वहां से घर आ गया और आत्महत्या कर ली। अब सुशील के परिवार वालों से पत्नी व उसके भाइयों के खिलाफ तहरीर देने के लिए कहा गया है।