जून दूसरा हफ्ता शुरू हो चुका है और यह हफ्ता विशेष तौर पर सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है। हफ्ते में पढ़ने वाले 7 दिन में से 6 दिन सौभाग्य और समृद्धि देने के लिए जून का महीना खास है।
इन 6 दिनों में वो तीज त्यौहार पड़ेंगे जिन्हें करके सुहागिन महिलाएं सुख और समृद्धि के साथ ही यश कीर्ति की भी प्राप्ति करेंगे। हफ्ते के शुरुआत में ही सोम प्रदोष का व्रत होगा और इसके अगले दिन मासिक शिवरात्रि जिसे शिव चतुर्दशी कहा जाता है वह पड़ेगी इसके बाद बुधवार को लिंग व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को द्वितीय पर चंद्र दर्शन करना और व्रत रखना महत्वपूर्ण है इसके साथ ही शनिवार को तीज त्यौहार कोई नहीं पड़ेगा 1 हफ्ते के आखिरी दिन रंभा तीज का व्रत पड़ेगा।
सोम प्रदोष व्रत
भगवान शिव की पूजा आराधना करने के लिए सोम प्रदोष का व्रत विशेष महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इस दिन साल का दूसरा प्रदोष व्रत होगा जो कि सोम प्रदोष का शुभ संयोग इस बार बन रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा आराधना करने से व्रत करने से हर तरह के संकट कट जाते हैं और दूर हो जाते हैं।
शिव चतुर्दशी
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हर महीने मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और इस दिन भगवान शिव की पूजा व्रत करने का प्रावधान है जाने अनजाने हुए पाप को नष्ट कर भगवान शिव मुक्ति प्रदान करते हैं।
लिंग व्रत
9 जून यानी कि बुधवार को चतुर्दशी तिथि रहेगी और इसीलिए नारद पुराण के अनुसार भगवान शिव की विशेष पूजा के साथ हीलिंग व्रत का धारण करना महत्वपूर्ण माना जाता है और भोलेनाथ की पूजा इस दिन शाम को करनी चाहिए जिसमें आटे का शिवलिंग बनाकर पंचामृत भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से हर तरह के सुख समृद्धि यश की प्राप्ति होती है
वट सावित्री व्रत और शनि जयंती
जेस्ट महीने की अमावस्या को वट सावित्री व्रत मनाया जाएगा इसके साथ ही इसी दिन शनि जयंती भी है। वट सावित्री व्रत के दिन महिलाएं बरगद की पूजा करती हैं और भगवान शनि का जन्मदिन भी मनाया जाता है। जिसमें किसी व्यक्ति के ऊपर शनि दोष होता है उसे छुटकारा मिलता है। अमावस्या पर शनिदेव को तेल चढ़ाने की परंपरा बनी है।