म्यांमार: म्यांमार दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को यंगून पहुंचे। दौरे के अंतिम दिन पीएम यहां स्थित बहादुर शाह जफर की मजार पर गए और श्रद्धांजलि दी। इससे पहले मोदी ने बोगयोक आंग सान संग्रहालय का दौरा कर म्यांमार की इतिहास को देखा। वहीं सुबर पीएम मोदी काली बारी मंदिर और इससे पहले स्वीडागोन पेगोडा गए जहां उन्होंने पूजा की।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री का म्यांमार दौरा खत्म हो गया और वो दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इससे पहले पीएम ने बुधवार को म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात कर रोहिंग्या मुस्लिमों के अलावा आतंकवाद को लेकर चिंता जताई। वहीं रात में उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित किया।मार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि भारत-म्यांमार की सीमाएं ही नहीं भावनाएं भी जुड़ी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह वही पवित्र धरती है जहां सुभाष चंद्र बोस ने गरजकर कहा था तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा। थुवुन्ना स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपसे मिलना चाहता था। म्यांमार में भारतीयों ने दोनों देशों को दिल में आपस में समेटा हुआ है।
पिछले दिनों मैं जाफना गया। ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई पीएम जाफना गया है। यहीं जेल में तिलक ने गीता रहस्य लिखा था। भारतीय मूल के लोगों से मिलकर मुझे अपनापन महसूस होता है। आप सब हमारे राजदूत है। आप जहां रहते हैं वहां विकास में योगदान देता है। 1857 की क्रांति से पहले बहादुर शाह जफर को भी दो गज जमीन इसी धरती पर मिली।
यह आपका भारत है। सिर्फ भावनात्मक नहीं है। आप भारत के विकास से भी ठोस रूप से जुड़े हुए हैं। यहां आने से पहले मैंने नरेंद्र मोदी ऐप के जरिये सुझाव मांगे थे। आपकी तरफ से कई सुझाव मिले जिसके लिए हम आपके आभारी है।