बलिया: देश के पीएम और यूपी के सीएम की पेंटिंग बनाने शायद अपराध नहीं है। पर बलिया जनपद की रहने वाले परवीन को पीएम व सीएम की पेंटिंग बनाना भारी पड़ गया। इससे नाराज पति ने उसे घर से निकाल दिया। हालांकि पति ने इससे इंकार किया है लेकिन युवती के पिता उसके द्वारा बनाई गई पेंटिंग की फोटो बतौर सुबूत दिखाते हैं। मामला सिकंदरपुर के बसारिखपुर गांव में ब्याही मुटुरी गांव की युवती से जुड़ा है।
मुटुरी निवासी शमशेर खान की बेटी नगमा परवीन की शादी पिछले वर्ष नवंबर में बसारिखपुर गांव के हाजी सेराजुद्दीन के पुत्र परवेज अहमद के साथ हुई थी। कुछ समय तक दोनों के रिश्ते ठीक रहे लेकिन दो महीने बाद नगमा को ससुराल वालों ने मायके भेज दिया। नगमा को लेकर दोनों पक्षों में बढ़ते तनाव को दूर करने के लिए पंचायतों के कई दौर भी चले लेकिन कोई हल नहीं निकला। तब शमशेर खान ने न्यायालय में नगमा के पति सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करा दिया जो अब भी लंबित है।
इसी दौरान चार दिन पूर्व नगमा अपने भाई संग बसारिखपुर ससुराल पहुंची। लेकिन उसे घर में नहीं आने दिया गया। इस पर उसके भाई ने डायल 100 को फोनकर पुलिस बुलाई। पुलिस ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद नगमा व उसके भाई को समझाकर मुटुरी भेज दिया। शमशेर खान ने आरोप लगाया कि नगमा द्वारा बनाई गई प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी की पेंटिंग से नाराज होकर ससुराल वालों ने उसे प्रताडि़त किया और अब रखना नहीं चाहते।
नगमा ने कहा कि उसे न्याय की उम्मीद है। पेंटिंग बनाने की ऐसी सजा मिलेगी उसने कभी सोचा नहीं था। ससुर व पति ने बताया मंदबुद्धिरू नगमा के ससुर हाजी सेराजुद्दीन व उसके पति परवेज ने कहा कि लड़की मंदबुद्धि है। हालांकि उसे रखने को तैयार हैं बशर्ते पिता लिखित दें कि ससुराल में नगमा ने कोई गलत कदम उठाया तो जिम्मेदारी हम पर नहीं होगी।
पेंटिंग बनाने के सवाल पर नगमा के पति परवेज ने साफ इंकार करते हुए कहा कि उसने मेरे सामने कभी पेंटिंग नहीं बनाई। पेंटिंगस बनाने पर घर से निकालने की बात गलत है। थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि नगमा या उसके परिवार की तरफ से ससुराल वालों के खिलाफ अभी कोई नई तहरीर नहीं मिली है। इस मामले में सोशल मीडिया पर काफी कुछ चल रहा है। प्रसारित खबरों की पुष्टि के प्रयास कर रहे हैं हालांकि दोनों पक्षों में पहले से प्रताडऩा का मामला चल रहा है।