नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में चल रही है। इस बैठक में बीएयू में हुए बवाल को लेकर भी चर्चा हुई। नितिन गडकरी ने बताया कि पीएम मोदी और अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की थी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नितिन गडकरी ने बाहर आकर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि बैठक में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर बात की गई। गडकरी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। गडकरी ने कहा पीएम मोदी पूरे विश्व में आतंकवाद के मुद्दे को प्राथमिकता देने और पाकिस्तान को बेनकाब करने में सफल हुए हैं।
गडकरी ने आगे कहा कि भारत पाकिस्तान से दोस्ती चाहता है इसलिए पीएम प्रोटोकॉल तोड़कर पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मिले थे। गडकरी ने कहा कि डोकलाम के मुद्दे को सुलझाने में पीएम मोदी ने राजनीतिक और कूटनीति का परिचय दिया। नितिन गडकरी ने बताया कि बैठक में बीएचयू का मुद्दा भी उठा था। जिसके बाद पीएम मोदी और अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की थी।
बैठक के बीच में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि बैठक में अमित शाह ने भारत के निर्माण के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और सांप्रदायिक सौहाद्र्र बिगाडऩे वाली बुराईयों से मुक्ति का प्रण लिया गया। बैठक में केरल और पश्चिम बंगाल में हो रही राजनीतिक हिंसाओं की निंदा की गई। पीयूष गोयल ने बताया कि अंदर अमित शाह ने कहा कि हिंसा से बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है।
पीयूष गोयल के मुताबिक अमित शाह ने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता शांति और लोकतंत्र में विश्वास करता है। भारत में वंशवाद को अनिवार्य बताने वाले राहुल गांधी की अमित शाह ने निंदा की और कहा कि भारतीय राजनीति सुशासन में विश्वास रखती है।
उन्होंने कहा कि देश में राजनीति ऐसी हो जो लोगों की आकांशाओं को पूरा करे और ऐसी नीति पर बीजेपी विश्वास करती है। इस बैठक को मिशन 2019 और राज्यों में होने वाले अगामी विधानसभा चुनाव के लिए अहम माना जा रहा है। सोमवार को दूसरे दिन की बैठक में कोर ग्रुप के नेताओं के अलावा भाजपा के सभी 1400 विधायक, 337 सांसद और पार्षद शामिल हुए। इसके अलावा बैठक में 2000 से अधिक प्रतिनिधि भी शरीक हुए।