दिल्ली: देश के जानेमाने इतिहासकारों में से एक प्रो. सतीश चंद्रा का शुक्रवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वे कई महीनों से बीमार चल रहे थे और हर सप्ताह डायलिसिस का सामना कर रहे थे। 19 सितंबर को उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल में दाखिल करवाया गया।

28 सितंबर 1922 के जन्मे चंद्रा का अंतिम संस्कार दिल्ली लोधी रोड के शवदाह गृह में दोपहर 12 बजे किया जाएगा। 95 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले चंद्रा एक प्रख्यात इतिहासकार थे और 1970 में वे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानि यूजीसीद्ध के अध्यक्ष भी रहे।
चंद्रा को उनकी किताब मध्यकालीन भारत का इतिहास के लिए पहचाना जाता है और जो एनसीआरटी की ओर से स्कूलों में बच्चों को इतिहास पढ़ाने के लिए सबसे बेस्ट मानी जाती है। चंद्रा को जेएनयू के सेंटर ऑफ हिस्टोरिकल स्टडीस का संस्थापक भी माना जाता हैए जिनमें उनके साथ बिपिन चंद्रा और रोमिला थापर भी थे।
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