Politics:दीवापली से पहले अखिलेश ने फोड़ा बम, चाचा शिवपाल को हाशिये पर पहुंचाया!

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने दीपावली से पहले ही एक बड़ा धमका करते हुए राजनीति में हंगामा ला दिया है। कल तक अखिलेश व शिवपाल के बीच रिश्ते में सुधार की बात आज पूरी तरह गलत साबित हुई। समाजवादी पार्टी की जारी हुई कार्यकारिणी की सूची मेें शिवपाल यादव को ही जगह नहीं दी गयी।


दीवापली से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी जारी कर बड़ा बम फोड़ा है। आज समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी जारी की गई। इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा इटावा के जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव को जगह नहीं मिली है। अखिलेश यादव को पांच साल के लिए समाजवादी पार्टी की कमान मिलने के बाद अब पार्टी की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित कर दी गई। कार्यकारिणी में अखिलेश ने अपने पिता और पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबियों का खास ध्यान रखा है।

मगर वो अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को पूरी तरह भूल गए हैं। शिवपाल अभी तक पार्टी का हिस्सा हैं। इस लिस्ट के जरिए अखिलेश यादव ने उन्हें घोषित रूप से किनारे कर दिया है। 55 सदस्यीय कार्यकारिणी में एक महीने पहले ही पार्टी में शामिल इंद्रजीत सरोज को राष्ट्रीय महासचिव जैसा महत्वपूर्ण पद प्रदान किया गया है जबकि शिवपाल सिंह यादव को इसमें सदस्य तक नहीं बनाया गया है। आज जारी इस कार्यकारिणी में नया पद सृजित कर प्रोफेसर रामगोपाल यादव को प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रदान किया गया है। 

अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति के बाद आज प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने ही इस सूची को जारी किया है। अखिलेश यादव के इस फैसले से परिवार में एका को बड़ा झटका भी लगा है। शिवपाल सिंह यादव को आज जारी कार्यकारिणी की 55 सदस्यीय सूची में जगह न मिलने से परिवार में एकता के दावों को बड़ा झटका लगा है।

संभव है इससे शिवपाल और अखिलेश के बीच तल्खी और बढ़ सकती है। इस सूची में अखिलेश यादव के साथ ही रामगोपाल यादव के भरोसेमंद लोग हैं। किरनमय नंदा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर बरकरार हैं। पार्टी के असली महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ही हैं। इनके साथ सात राष्ट्रीय महासचिव भी बनाए गए हैं।

पार्टी में काफी जूनियर नेताओं के भी महासचिव बनाया गया। सुरेद्र नागर जैसे जूनियर भी महासचिव बनाए गए हैं। इनके साथ ही एक महीने पहले बहुजन समाज पार्टी से आए इंद्रजीत सरोज को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह के नजदीकी नेताओं को जगह दी है। नई लिस्ट में किरणमय नन्दा, संजय सेठ, मधु गुप्ता, बलराम यादव, राम आसरे विश्वकर्मा और अबु आसिम आज़मी के नाम शामिल हैं।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com