श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दो मैच जीत चुकी है. अब 12 अगस्त को भारतीय टीम तीसरा टेस्ट खेलने उतरेगी, जहां उसके पास एक ऐसा इतिहास रचने का मौका होगा जो भारतीय टेस्ट इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. विराट कोहली की कप्तानी में पहले ही टीम इंडिया कई रिकॉर्ड बना और तोड़ चुकी है, लेकिन अब वो उस रिकॉर्ड को तोड़ने की दहलीज पर खड़े हैं जो कपिल देव, सौरव गांगुली, एम एस धोनी, अजहरुद्दीन जैसे कप्तान भी नहीं कर सके.SLvIND: अब टीम इंडिया की कप्तानी संभालेंगे रोहित शर्मा…
भारत के पास पहली बार विदेश में 3-0 से सीरीज जीतने का मौका
टीम इंडिया के 85 साल के टेस्ट इतिहास में कोई भी कप्तान विदेशी सरजमीं पर 3 या उससे ज्यादा टेस्ट मैचों की सीरीज को क्लीन स्वीप नहीं कर सका है. टीम इंडिया ने 2004 में बांग्लादेश और 2005 में जिम्बाब्वे में जरूर सीरीज क्लीन स्वीप की थी लेकिन वो सिर्फ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज थी. इस बार विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया को पहली बार सीरीज को 3-0 से जीतने का मौका मिला है.
50 साल बाद किसी सीरीज में 3 टेस्ट जीतने का मौका
साल 1967 में टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर गई थी जहां उसने 4 टेस्ट मैचों की सीरीज पर 3-1 से जीत हासिल की थी. ये इकलौती सीरीज है, जब टीम इंडिया ने किसी टेस्ट सीरीज में 3 टेस्ट जीते हैं. अब 50 साल बाद एक बार फिर टीम इंडिया के पास सीरीज में 3 टेस्ट मैच जीतने का मौका है.
विराट ब्रिगेड में है दमखम
विराट कोहली की टीम में इस इतिहास को रचने की पूरी काबिलियत है. उनके बल्लेबाज रन बना रहे हैं और गेंदबाज भी विकेट की झड़ी लगा रहे हैं. भले ही तीसरे टेस्ट मैच में उनके मैच विनर ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा प्लेइंग इलेवन में नहीं दिखेंगे लेकिन टीम इंडिया के पास ऐसे खिलाड़ियों की कमी नहीं जो उसे मैच ना जिता सकें.