मेक्सिको में शुक्रवार को 8.1 की तीव्रता से आए भूकंप हिला कर रख दिया। ये भूकंप इतना खतरनाक था कि करीब 60 लोगों की मौत हो गई और 250 से ज्यादा घायल हो गए। ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भूकंप का सबसे ज्यादा असर मेक्सिको के साउथ स्टेट्स ओक्साका में देखा गया। अकेले ओक्साका में 45 लोगों की मौत हुई, जबकि वहां 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए। फिर खराब हुई मेट्रो, एक घंटे से दो स्टेशनों के बीच खड़ी मेट्रो के एसी तक हुए बंद
हैरान करने वाली बात है कि इससे पहले इस तीव्रता का भूकंप मेक्सिको में 1932 में यानि 85 साल पहले आया था, जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी। हालांकि, इस बार मरने वालों की संख्या सैकड़ों में सिमट गई, लेकिन भूकंप का खौफ इस कदर फैला था कि, लाखों लोग सड़कों पर उतर आए।
64 साल के एक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि ये उसके लिए बेहद चौंकाने वाला पल था, क्योंकि उसने बिल्डिंगों को हिलते हुए देखा था। चश्मदीदों की माने तो कही छत गिरी, तो कही बिल्डिंग दो हिस्सों में बंट गई, इतना ही नहीं मेक्सिको एयरपोर्ट की खिड़कियों के शीशे तक टूट गए।
सुनामी का अलर्ट हुआ था जारी
मेक्सिको के सुनामी वार्निंग सेंटर ने भूकंप की तीव्रता के चलते सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया। उनके मुताबिक करीब 2.3 मीटर की ऊंचाई से लहरे उठ रही थी, इसलिए तटवर्तीय इलाकों को खाली कराने की हिदायत दी गई।
यूएस जियोलोगिकल सर्वे (यूएसजीएस) के मुताबिक भूकंप का केंद्र पिजिजापन में था, जहां उसके केंद्र की गहराई 43 किलोमीटर नीचे थी।