लखनऊ: वैसे तो यूपी पुलिस की गुण्डई के चर्चा कई बार लोगों को सुनने को मिल ही जाते है, पर हमेशा इस हरकत की हरकत करने वाले सिपाही लाख आदेश और निर्देश के बावजूद भी सुधरने का नाम नहीं लेते है। लखनऊ पुलिस में तैनात तीन सिपाहियों की गुण्डई की घटना रविवार रात देखने को मिली। आरोप है कि शराब के नशे में धूत सिपाहियों ने आलमबाग के मेट्रो होटल में जमकर उत्पात मचाया।
मामूली कहासुनी के बाद इन सिपाहियों ने होटल के सभी कमरे में ठहरे लोगों के साथ अभद्रता की। सिर्फ इतना ही नहीं सिपाहियों ने होटल के मैनेजर और अन्य कर्मचारियों के साथ भी मारपीट। सिपाहियों की यह हरकत होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गये। मंगलवार की सुबह सिपाहियों की पूरी फूटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। पहले तो पुलिस ने इस मामले को दबाने की कोशिश की पर, बाद में एसएसपी ने इस मामले में तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर करते हुए पूरे मामले की जांच एसपी पूर्वी को सौंप दी।
बताया जाता है कि मानकनगर थाने में तैनात सिपाही गोपाल गिरी सीओ आलमबाग के साथ हमराह में चलता है। सोमवार की उसका कोई रिश्तेदार बाहर से आया था। सिपाही रिश्तेदार को साथ लेकर मेट्रो होटल ठहराने के लिए पहुंचा। मैनेजर ने 600 रुपये कमरे का किराया बताया। इस पर सिपाही ने खुद को पुलिस वालो बताते हुए जूट की मांग की तो मैनेजर ने किराया 300 कर दिया। इसके बाद सिपाही अपने साथी दो अन्य सिपाहियों कमलवीर सिंह और प्रदीप शर्मा को लेकर पहुंचा।
आरोप है कि सभी लोग शराब के नशे में थे। उनको जो कमरा दिया गया था, उस कमरे में जाने के बजाय वह लोग किसी दूसरे कमरे में पहुंच गये। दरवाजा खटखटाने पर जब अंदर से एक युवक निकला तो सिपाहियों ने कमरे का आपना बताते हुए उसके साथ अभद्रता शुरू कर दी। देखते ही बात बढ़ गयी। इसके बाद सिपाहियों ने होटल में गलत काम होने का आरोप लगाते हुए एक-एक कमरे की चेकिंग करने की बात कही और कमरों के दरवाजे खोलने लगे। अचानक इस घटना से पूरे होटल में अफरा-तफरी मच गयी।
होटल में ठहरी कुछ महिलाओं के साथ भी पुलिस वालों ने अभद्रता की। सिपाहियों की यह हरकत देख होटल के मैनेजर व अन्य लोगों ने विरोध किया तो सिपाहियों ने उनके साथ भी अभद्रता की। किसी तरह इस घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। मौके पर पुलिस कंट्रोल रूम से गाड़ी पहुंची। इसके बाद सिपाहियों ने मैनेजर पर होटल में गलत काम कराने का आरोप लगाते हुए उसको पुलिस वालों के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस वाले मैनेजर और आरोपी सिपाहियों को अपने साथ कोतवाली ले गये। मैनेजर का आरोप है कि रात भर उसको थाने में रख गया और फिर सुबह होते ही छोड़ दिया गया।
सीसीटीवी कैमरे मेंं कैद हुई सिपाहियों की करतूत
मंगलवार की सुबह सिपाहियों की इस करतूत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। होटल में लगे कैमरे में सिपाहियों ने जो कुछ भी किया था, जब कैद हो चुका था। वीडियो के वायरल होते ही पुलिस के हाथ-पैर भी फूल गये। उधर यह खबर मीडिया को लगी तो पुलिस पूरी वारदात को मैनेज करने में जुट गयी। समय गुजरते ही इस घटना की भनक पुलिस के आलाधिकारियों तक भी पहुंच गयी। इसके बाद छानबीन की गयी और जांच के आदेश दिये गये।
एसएसपी ने तीनों सिपाहियों को किया लाइन हाजिर
दोपहर करीब दो बजे एसएसपी दीपक कुमार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सबसे पहले होटल में मारपीट और हंगामा करने के मामले में तीनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। ंिसर्फ इतना ही नहीं एसएसपी ने इस पूरे मामले की जांच एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार को दी है। एसएसपी ने एसपी पूर्वी को 48 घंटे के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा है। एसएसपी ने यह बात साफ कही है कि अगर जांच रिपोर्ट में सिपाही दोषी पाये जाते हैं तो उनके खिलाफ बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जा सकती है।
होटल प्रशासन रिपोर्ट दर्ज कराने से मुकरा
होटल मेट्रो के अंदर सोमवार की देर रात सिपाहियों ने जो कुछ भी किया, उस संबंध में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी, पर हैरानी की बात यह रही कि इस पूरे मामले में होटल प्रशासन ने अपने हाथ पीछे खिंच लिये। एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि इस संबंध में होटल की तरफ से कोई भी तहरीर नहीं दी गयी है, और वह लोग कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं। बावजूद इसके पुलिस अपनी तरफ से जांच कर रही है।