अब तक दुनिया में सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों को लेकर ही जिक्र होता रहा है। बता दें इस रेस में दुनिया के कई देश शामिल हैं, मगर इनमें सबसे ऊपर चीन है। जी हां, चीन को विख्यात करने के लिए वहां की सुपरफास्ट ट्रेनों का अहम योगदान है।
इसके अलावा अब चीन का नाम सुपरफास्ट मेन्युफेक्चरिंग को लेकर भी जाना जाने लगा है। जी हां, जितनी स्पीड से यहां ट्रेनें चलती हैं, ठीक उसी स्पीड से अब स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं। यकीन न हो तो पढ़ें ये खबर…
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के फुजियान प्रांत में एक ऐसा कारनामा हुआ है। यहां इंजीनियर्स ने महज 9 घंटे में एक रेलवे स्टेशन तैयार किया है। इसकी जरूरत तब पड़ी जब तीन रेल रूट को जोड़ने की जरूरत महसूस हुई। इस काम में 1500 वर्कर एक साथ जुटे थे। हालांकि इस काम के लिए प्री-प्लानिंग, डिजाइन, टास्क फोर्स और काम पहले से बटा हुआ था।
इस बेजोड़ निर्माण कार्य के लिए हर वर्कर, इंजीनियर और लेबर को कई तरह के काम करने थे, जो 7 स्टेप में सबको बता दिए गए थे।सबसे खास बात ये कि यहां सिर्फ बिल्डिंग ही नहीं बल्कि यहां से निकले वाले रेल रूट की पटरियां समेत सिग्नल और विद्युत तारें घंटों में फिट कर दी गई। चीन की इस सुपरफास्ट मेन्युफेक्चरिंग से दुनिया स्तब्ध है।
ये निर्माण चीन के लोकल रेल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए किया गया था। यहां गेलांग रेलवे, गेनरूईलांग रेलव और जेहानलांग रेलवे को नए रेल रूट नेनलांग रेलवे से जोड़ने की जरूरत थी। अब इस 246 किलोमीटर के इस नए रेल रूट पर 200 किमी/घंटा की रफ्तार से लोकल ट्रेनें गुजरेंगी।