लखनऊ: 69 साल का गौरवशाली इतिहास समेटे यूपी पीएसी ने रविवार को स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। 35 वीं बटेलियन पीएसी स्टेडियम में हुए इस भव्य समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। पूरे प्रदेश भर से पीएसी से अधिकारी और कर्मचारी इस समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के लिए कोई बड़े घोषणा तो नहीं लेकर उन्होंने 9 अलग-अलग श्रेणियों के लिए पुरस्कार बांटा।
17 दिसम्बर वर्ष 1947 को मिलेट्री पुलिस की जगह पीएसी यानि प्राविशियल आम्र्ड कांस्टेबुलरी का गठन किया। अपने गठन से लेकर अब तक पीएसी ने हर विषम परिस्थितियों में अपने कर्तव्य का पालन किया। जहां पर सीमा पर हो या मौजूदा समय में मेट्रो की सुरक्षा, पीएस के जवान बखुबी अपनी कार्य कुशलता का परिचय देते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। मौजूद समय में पूरे प्रदेश में पीएसी की 33 वाहिनिया हैं। वहीं 273 कम्पनियां स्वीकृत हैं। मौजूदा समय में 199 कम्पनियां काम कर रही है।
हर साल की तरह इस बार भी पीएसी ने अपना स्थापना मनाया। इस बार का पीएसी दिवस बाकी सालों के मुकाबले काफी भव्य रूप से मनाया गया। सुबह 10 बजे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि पीएसी मुख्यालय पहुंचे। इसके बाद सीएम के सम्मान में गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद एडीजी पीएसी राजकुमार मिश्र ने वहां मौजूद लोगों को पीएसी के इतिहास और मौजूदा ड्यूटी के बारे में जानकारी दी। इसके बाद बैण्ड का प्रदर्शन हुआ। इसके बाद पीएसी के जवानों ने अपनी कार्य कुशलता का परिचय देते हुए कैमोफ्लाइज का प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन के बाद मलखम्ब और कुश्ती का प्रदर्शन किया गया। इन प्रदर्शनों के बाद डीजीपी सुलखान सिंह ने पीएसी के लोगों को संबोधित किया और पीएसी के स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी। डीजीपी ने अपने संबोधन में कहा है कि जिस तरह 69 सालों से पीएसी के लोग प्रदेश और देश की सेवा करते आ रहे, आगे भी वह इसी तरह अपने कर्तव्य का निष्ठïापुरक ढंग से पालन करते रहेंगे।
इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अलग-अलग श्रेणियों के 9 पुरस्कार वितरित किये। पुरस्कार के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन ने सीएम ने पीएसी के जवानों की सरहाना किया। उन्होंने हाल में ही हुए गुजरात चुनाव में यूपी पीएसी की 10 कम्पनी की मौजूदगी की चर्चा है। इस अलावा 13 दिसम्बर 2001 में ससंद भवन पर हुए हमले के दौरान पीएसी के जवानों के शौर्य का जिक्र किया। वहीं उन्होंने 5 जुलाई 2005 में आतंकी हमले में जिस तरह पीएसी के जवानों ने हिम्मत का परिचय दिया था उसका भी जिक्र सीएम ने की।
इस दौरान उन्होंने वर्तमान में पीएसी की 33 वाहिनियों में 273 कम्पनियां स्वीकृत हैं। इनमें से 199 कम्पनियां क्रियाशील हैं जबकि 74 कम्पनियां अक्रियाशील हैं। इन अक्रियाशील कम्पनियों को क्रियाशील किए जाने के लिए 18 हजार जवानों की भर्ती की प्रक्रिया प्रचलित है। एसडीआरएफ की एक वाहिनी के गठन के बाद उसकी प्रस्तावित 6 कम्पनियों में से प्रारम्भिक चरण में 3 कम्पनियां गठित की जा चुकी हैं।
अगले चरण में शेष 3 कम्पनियां गठित होना प्रस्तावित है। अपने संबोधन के अंत में सीएम ने पीएसी के कार्य के चलते उसकी पहचान न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी है। सीएम के संबोधन के बाद डीजीपी और एडीजी ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत ने मुख्यमंत्री ने पीएसी ग्राउण्ड में लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और खुद भी सभी स्टालों पर जा-जाकर उनको देखा और जानकारी दी। पीएसी के स्थापना दिवस के मौके पर प्रमुख सचिव गृह अरिवंद कुमार, डीजीपी सुलाखान सिंह, एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार, एडीजी जोन लखनऊ अभय प्रसाद, डीएम लखनऊ कौशल राज, आईजी एटीएस असीम अरूण, पूर्व डीजीपी ब्रजलाल, एडीजी पीएसी राजकुमार विश्वकर्मा, आईजी पीएसी ए.सतीश गणेश, डीजीआई पीएसम प्रवीण कुमार सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और स्कूली बच्चों मौजूद रहे।
इन लोगों को सीएम ने किया सम्मानित
1- सर्वोत्तम प्लाटून- 42 वीं वाहिनी पीएसी इलाहाबाद।
2- सर्वोत्त खिलाड़ी ट्राफी- 12 वीं वाहिनी पीएसी फतेहपुर।
3- उत्तम डिमास्ट्रेशन- 6 वीं वाहिनी पीएसी आरआरएफ मेरठ।
4- सर्वोत्त डिमास्ट्रेशन- 32 वीं वाहनी पीएसी।
5- श्रेष्ठï कार्य ट्राफी- 32 वीं वाहिनी पीएसी।
6- सर्वेश्रेष्ठï कार्य ट्राफी- 6 वीं वाहिनी पीएसी आरआरएफ मेरठ।
7- उत्तम वाहिनी- 12 वीं वाहिनी पीएसी फतेहपुर।
8- अति उत्तम वाहिनी- 26 वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर।
9- सर्वोत्तम वाहिनी- 43 वीं वाहिनी पीएसी एटा।
प्लाटून कमाण्डर चंद्रहास कुशवाह को मुख्यमंत्री ने दिया ढाई लाख का इनाम
पीएसी के स्थापना दिवस के मौके पर 7 अगज्ञस्त से लेकर 16 अगस्त के बीच यूएसए के कैलिफोर्निया लास एन्जिल में आयोजित हुए वल्र्ड पुलिए एवं फायर गेम्स-2017 में अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं में तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कास्यं पदक जीते वालो सीतापुर द्वितीय वाहिनी पीएसी में तैनात प्लाटून कमाण्डर चंद्रहास कुशवाहा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ढाई लाख रुपये का नकद इनाम देकर सम्मानित किया।
सीमा से लेकर मेट्रो सुरक्षा मेें पीएसी जवानों की रही अहम भूमिका
पीएसी का इतिहास अपने पन्नों में काफी कुछ समेटे हुए है। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्घ के दौरान पीएसी की 5 बटालियनें भारत सरकार की रिजर्व बनायी गयी थी। इसके अलावा पीएसी ने जम्मू-कश्मीर, आधं्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्टï्र और उत्तर पूर्व राज्यों में अपनी सेवाएं दी हैं। पीएसी के जवानों ने एंटी नक्सल, एंटी डकैती की ड्यूटी को बखुबी निभाया। बाढ़ की स्थिति में हर साल पीएसी बल जवानों लोगों के लिए फरीशत बनाकर काम करते हैं। चुनाव ड्यूटी, त्यौहारे ड्यूटी, महत्वपूर्ण धार्मिक स्थालों की सुरक्षा, वीआईपी सुरक्षा, बाघों की सुरक्षा के लिए पीएसी के जवान स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स की तरह काम करते हैं। वहीं मौजूद समय में पीएसी के जवान लखनऊ में चल रही मेट्रो में भी अपनी सेवा दे रहे हैं। आने वाले समय में नोएडा मेट्रो की भी जिम्मेदारी इनके की कंधों पर होगी।
मलखम्म ने लोगों ने का दिला जीता
पीएसी के स्थापना दिवस के मौके पर बैण्ड से लेकर जवानों ने कई प्रदर्शन किये, पर सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र पीएसी जवाना का मलखम्म रहा। इस दौरान जवानों ने अपने ही अंदाज में सीएम का स्वागत किया और अलग-अलग फारमेंशन बनाकर लोगों को दिल जीत लिया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर इन खिलाडिय़ों का हौसला भी बढ़ाया।