लखनऊ: पाखंड़ी बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित का जाल दिल्ली के अलावा लखनऊ तक फैला हुआ था। सोमवार को राजधानी पुलिस का गाजीपुर के भूतनाथ इलाके में एक काम्पलेक्स में बाबा के अड्डïे का पता चला। इसके बाद पुलिस टीम ने वहां छापेमारी की तो आश्रम में ताला लगा मिला। पुलिस ने आश्रम के लिए फ्लैट किराये पर देने वाले को बुलाकर ताला खुलवाया और एक-एक कोन की तलाशी ली। इस दौरान पुलिस को आश्रम
से कुछ भी नहीं मिला। फ्लैट मालिक ने इतनी जानकारी जरूर दी कि आश्रम में रखने वाले लोग कुछ दिन पहले ही यहां से कहीं चले गये।
पाखंड़ी बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित ने भी दिल्ली की ही तरह लखनऊ के गाजीपुर भूतनाथ मार्केट स्थित चंद्रमा का प्लेक्स में अपना एक अड्डा बना रखा था। उसने इस काम्प्लेक्स में श्याम मोहन अग्रवाल का लैट किराये पर लिया था और यहां भी दिल्ली की तरह ही आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय खोल रखा था।
बाबा के पाखंड़ का खुलासा होने के बाद सोमवार की शाम गाजीपुर पुलिस को बाबा के इस ठिकाने के बारे में सूचना मिली। बस इसके बाद सीओ गाजीपुर ने पुलिस बल के साथ बाबा के इस आश्रम पर छापेमारी की। पुलिस जब बाबा के इस आश्रम में पहुंची तो वहां ताला लटक रहा था। आसपास के दुकानदार से बातचीत करने पर पुलिस को पता चला कि यह फ्लैट श्याम मोहन अग्रवाल का है।
इसके बाद पुलिस ने किसी तरह श्याम मोहन अग्रवाल से सम्पर्क किया और उनको चाभी लेकर बुलाया। कुछ ही देर में श्याम मोहन अग्रवाल चाभी लेकर वहां पहुंच गये। इसके बाद पुलिस ने ताला खुलवाया और पूरे फ्लैट की तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा।
फ्लैट मालिक ने इतनी जानकारी जरुर दी फ्लैट में रहने वाले लोग दो-तीन दिन पहले ही यहां से चले गये। लोगों का कहना है कि इस फ्लैट में दो बुजुर्ग महिलाएं और दो युवतियां रहती थीं। उन लोगों का नाम क्या है और वह लोग कहां की है, इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता।