लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निगोहां के एक युवक को जालसाज ने कौन बनेगा करोड़पति में विजेता चुना जाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया। जालसाज ने उससे 45 लाख रुपये का इनाम मिलने की बात कही और कागजी कार्रवाई के नाम पर 45 हजार रुपये एक बैंक खाते में जमा करने के लिए कहा। युवक रुपये लेकर बैंक जमा करने के लिए जा ही रहा था कि रास्ते मेंं उसका एक समाजसेवी मिल गया और उसने युवक जालसाजों के इरादे के बारे बताया। इसके बाद युवक ठगी का शिकार होने से बच गया।
निगोहां कस्बे के रहने वाले राजू के पास शुक्रवार को एक फोन आया। फोन करने वाले जालसाज ने राजू को बताया कि उसने कौन बनेगा करोङ़पति कार्यक्रम मेें आनलाइन भाग लिया था और उसको इसी के चलते लकी विजेता चुना गया है। फोनकर्ता ने राजू को बताया कि उसको 45 लाख का इनाम मिला है। यह बात सुन राजू की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
राजू को भी यकीन हो गया कि उसको विजेता चुना गया है। राजू को अपनी बातों में फंसाने के बाद जालसाज ने इनाम की राशि हासिल करने के लिए 45 हजार रुपये कागजी कार्रवाई के लिए कोलकता के एक बैंक खाते में जमा करने के लिए कहा। इसके बाद राजू बिना छानबीन के ही रुपये के बंदोबस्त में जुट गया। कुछ रुपये उसने पड़ोसी राकेश से उधार लिये और किसी तरह 45 हजार रुपये लेकर बैंक जमा करने के लिए निकल पड़ा।
रास्ते मे उसकी मुलाकात समाज सेवी अभय दीक्षित से हुई। अभय ने राजू की खुशी की वजह पूछा तो राजू ने उसको सारी बात बतायी। राजू की बात सुनने के बाद अभय ने उसको बताया कि इस तरह के लोग फर्जी ढंग से ठगी करने का काम करते हैं।
अभय ने राजू को किसी भी खाते में रुपये जमा करने से मना किया। अभय की बतायी गयी बात राजू को समझ में आ गयी और उसने रुपये नहीं डाले। कुछ देर के बाद जालसाज ने फिर से राजू से सम्पर्क किया। राजू ने जब रुपये डालने से इनकार किया तो फोनकर्ता ने उसके साथ अभद्रता की। राजू ने ठगने से बचने पर समाजसेवी अभय को धन्यवाद भी दिया।
जालसाज को राजू का नम्बर कैसे मिला?
ठगी का शिकार होने से बचे राजू ने बताया कि कुछ समय पहले उसने कौन बनेगा करोड़पति खेल में आनलाइन भाग जरूर लिया था, पर वह इस बात को लेकर हैरान है कि जालसाज के पास उसका मोबाइल नम्बर कहां से आ गया। राजू के मोबाइल नम्बर की जानकारी सिर्फ चैनल के पास थी। इस तरह के कई सवाल ठगी का शिकार होने से बचे राजू के दिमाग में चल रहे हैं।