लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निगोहां के भगवानगंज गांव में एक महिला अपने देवर व देवरानी की प्रताडऩा से तंगाकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस मामले में मृतका के पति ने अपने चचेरे भाई व उसकी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी है।
निगोहां भगवान गंज के रहने वाले ट्रक चालक वीरेन्द्र शुक्ला का विवाह वर्ष 2000 में उन्नाव जिले के नेवाज खेडा गांव की रहने वाली विट्टन शुक्ला से हुआ था। वीरेंद्र का कहना है कि अक्सर वह काम के सिलसिले में बाहर ही रहता है। शादी के बाद से ही वीरेंद्र अपनी पत्नी के साथ गांव में अलग घर बनाकर रहने लगा।
रविवार को भी वीरेंद्र बाहर था सुबह करीब 9 बजे वीरेंद्र की पत्नी विट्टन शुक्ला ने अपने तीन मासूम बच्चों की पिटाई कर दी। पिटाई के बाद तीनों बच्चे अलग रह रही अपनी दादी संतोष के घर भाग चले गये। दोपहर बच्चे वापस घर पहुंचे तो अंदर से दरवाजे बंद था। इसके बाद बच्चों ने टूटे हुए दरवाजे से झांक कर देखा तो उनकी नज़र मां के शव पर पड़ी।
विट्टïन ने साड़ी के सहारे लटक कर अपनी जान दे दी थी। इसके बाद 13 वर्षीय बड़ी बेटी चाहत ने पिता वीरेन्द्र को फोन कर घटना के बारे में बताया। खबर मिलते ही परिवार के अन्य लोग और निगोहां पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। छानबीन के बाद पुलिस ने विट्टïन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पति वीरेन्द्र ने अपने चचेरे भाई शारदा शुक्ला व उसकी पत्नी सावित्री शुक्ला पर पत्नी को परेशान करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। मृतका के बच्चों का भी यही कहना है कि चाचा व चाची मम्मी को परेशान करते थे। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और छानबीन में लगी है।
महिला के हाथ का लिखा सुसाइड नोट भी मिला
विट्टान की मौत की सूचना पर पहुंची निगोहां पुलिस ने जब छानबीन की तो पुलिस को उसके हाथ का लिखा एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में उसने इस बात का लिखा था कि मेरे परिवार को कुछ नहीं होना चाहिए मंै अपनी जान दे रही हूं। शारदा शुक्ला और सावित्री शुक्ला मेरे पीछे पड़े है, इनके पास मेरा पैसा है। आज जब पैसा मांगने गयी तो इन लोगों ने पैसा नहीं दिया। अंत में उसने लिखा था कि इन लोगों से तंग आकर अपनी जान दे रही हूं।