वेस्टइंडीज में खेली जा रही घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में एक ऐसा वाकया हुआ जो आमतौर पर क्रिकेट में नहीं देखने को मिलता है। दरअसल मंगलवार को रिजनल सुपर 50 टूर्नामेंट के दौरान लिवार्ड आइलैंड्स और कैंट के बीच खेले गए मुकाबले में कैंट के ओपनर जैक क्रॉले अपना शतक नहीं बना सके।
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मैच के अंतिम क्षणों में जब कैंट को जीत के लिए दो रन चाहिए तो आइलैंड के शिनो ब्रिज ने दो वाइड फेंक कर क्रॉले को शतक बनाने से रोक दिया। मैच में आइलैंड्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विरोधी टीम को 184 रन का लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कैंट के ओपनर जैक क्रॉले नाबाद 98 रनों पर खेल रहे थे और उन्हें शतक बनाने के लिए महज दो रन चाहिए थे, वहीं टीम को जीत के लिए 4 रन की जरुरत थी। क्रॉले को शतक बनाने से रोकने के लिए गेंदबाजी कर रहे ब्रिज ने पहली बॉल वाइट फेंकी। इसके बाद उन्होंने दूसरी बॉल भी लेग स्टंप के बाहर फेंकना चाहिए लेकिन क्रॉले किसी तरफ एक रन लेने में कामयाब रहे।
इसके बाद स्ट्राइक उनके साथी बल्लेबाज सीन डिकसन को मिल जाती है और इस तरह कैंट को जीत के लिए सिर्फ दो रन चाहिए थे। ब्रिज इस ओवर में एक और वाइड फेंकते हैं और अब जीत के लिए सिर्फ एक रन रह जाता है। ओवर की आखिरी गेंद पर डिकसन मिडविकेट की ओर शॉर्ट लगाया, लेकिन डिकसन रन लेने से मना कर देते हैं पर वहां मौजूद फील्डर गेंद को जानबूझकर गेंद को बाउंड्री की ओर जाने देता है।
चौका हो जाने की वजह से कैंट मैच तो जीत जाता है और क्रॉले को नाबाद 99 रन पर ही संतोष करना पड़ा। क्रॉले को उनकी इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। बता दें कि इस वाकय के बाद कैंट की हर तरफ आलोचना हो रही है।