लखनऊ: क्या कभी कोई यह सोच सकता है कि खान-पान जैसी मामूली बात को लेकर कोई आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा सकता है? पर ऐसी ही एक घटना घटी उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर के गोमतीनगर इलाके में। विपुलखण्ड में रहने वाले डाक्टर उमाशंकर का अपनी पत्नी से नॉनवेज खाने की बात को लेकर कहासुनी हुई और उसके बाद डाक्टर उमाशंकर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
सीओ गोमतीनगर दीपक सिंह ने बताया कि गोमतीनगर के विपुलखण्ड इलाके में 35 वर्षीय डाक्टर उमाशंकर अपने परिवार के साथ रहते थे। वह प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे और उनकी क्लीनिक थी। रोज की तरह बुधवार की रात 9.30 बजे डाक्टर उमाशंकर अपनी क्लीनिक से वापस घर लौटे।
वह अपने साथ खाने के लिए नानवेज लेकर आये थे। उमाशंकर के हाथ मेें नानवेज देख उनकी पत्नी दीप्ती अग्रवाल नाराज हो गयीं, क्योंकि वह शाकहारी हैं। उन्होंने पति को इस बात के लिए टोका भी। बावजूद इसके डाक्टर उमाशंकर ने अपनी पांच साल की बेटी आध्या के साथ मिलकर नानवेज खाया।
इस बीच दोनों पति-पत्नी के बीच तकरार हो गयी। इसके बाद डाक्टर उमाशंकर दूसरे कमरे में चले गये और कमरा अंदर से बंद कर लिया। जब काफी देर वह कमरे से बाहर नहीं निकले तो पत्नी ने आवाज लगाते हुए दरवाजा खटखटाया, पर कोई जवाब नहीं मिला। पर उमाशंकर की पत्नी ने पति की क्लीनिक पर काम करने वाले हेमंत पाण्डेय को फोन कर बुलाया।
दीप्ती अग्रवाल ने मदद के लिए पड़ोसी आरएन सिंह को भी बुला लिया। अनहोनी की आशंका के चलते सूचना पुलिस को दी गयी। सूचना मिलते ही गोमतीनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। इसके बाद पुलिस ने लोगों के साथ मिलकर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो कमरे के अंदर का मंजर देख लोग सन्न रह गये।
डाक्टर उमाशंकर ने पंखे में रस्सी के सहारे लटक कर अपनी जान दे दी थी। पुलिस वालों ने किसी तरह उनको फंदे से नीचे उतारा।
इसके बाद पत्नी व मोहल्ले के अन्य लोग डाक्टर उमाशंकर को इलाज के लिए मेयो अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उनको देखते ही मृत घोषित कर दिया। इसके बाद गोमतीनगर पुलिस ने छानबीन कर डाक्टर उमाशंकर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डाक्टर उमाशंकर की पत्नी दीप्ती अग्रवाल सेल्स टैक्स विभाग में एसिस्टेंट कमीश्नर के पद पर तैनात हैं।