डॉ. नीरज राय ने बताया कि सैंपल की डीएनए जांच से ग्रीक का मिलान हो रहा है। ग्रीक के अलावा स्थानीय लोगों के नर कंकाल भी हैं। इसमें अभी और शोध की जरूरत है। शोध से अभी इसकी और परतें खुलेंगी।उन्होंने बताया कि सिकंदर 1000 ईसवी में यहां आया और ये नरकंकाल 850 ईसवी के हैं। दोनों घटनाओं में ढाई सौ साल का गैप है। रूप कुंड राज की और परतें खोलने के लिए एंथ्रोपोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया के रीजनल आफिस भी नए प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बना रहा है।