टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को क्रिकेट क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड इंडिया के सेक्रेटरी जॉन डेविड ने चुनौती दी है कि एक मैच उनकी और कोहली की टीम के बीच होना चाहिए। डेविड ने कहा कि कोहली की टीम आंखों पर पट्टी बांधकर हमारे टीम से एक मुकाबला कर ले। डेविड ने कहा कि इस चैलेंज के पीछे मेरा मकसद यह है कि देश को पता चलना चाहिए कि उनकी टीम जो क्रिकेट खेलती है, वह कितना मुश्किल है। ब्लाइंड क्रिेकेटरों को देश में वो सम्मान नहीं मिला है, जो मुख्यधारा के खिलाड़ियों को मिलता है।
उन्होंने कहा कि इन दोनों के बीच खेले जाने वाले मैच को टीवी पर प्रकाशित किया जाना चाहिए। मैं बता दूं इंडियन ब्लाइंड क्रिकेट टीम सर्वश्रेष्ठ है।
नहीं मिला इस टीम को उनका हक
डेविड ने कहा कि इस टीम ने 2014 और 2018 में वर्ल्ड कप जीता और साथ ही दो बार टी 20 वर्ल्ड कप भी जीत चुकी है। इसके अलावा दो बार एशिया कप भी जीती है। लेकिन दुर्भायवश इतनी सफलता के बावजूद भी खिलाड़ियों को देश में कोई नहीं जानता है। उन्हें उतना मान-सम्मान नहीं मिला, जिसके ये हकदार हैं।
कई खिलाड़ी नहीं चलता पाते हैं अपने घर का खर्च
खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति भी खराब है, कुछ खिलाड़ी तो बेरोजगार हैं और क्रिकेट से उन्हें इतना पैसा नहीं मिल रहा है कि वह अपना घर चला सकें। इस परेशानी के चलते जॉन डेविड ने बीसीसीआई को सुझाव दिया है कि इन खिलाड़ियों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करना आवश्यक है। सीएबीआई के सेक्रेटरी जॉन डेविड ने खिलाड़ियों को आधारभूत सुविधा प्रदान करने की भी मांग की।
शास्त्री, जडेजा और रोहित शर्मा खेल चुके हैं ब्लाइंड क्रिकेट
2015 में भारतीय कोच रवि शास्त्री ने जब आंखों पर पट्टी लगा कर गेंदबाजी की थी और उनका कहना था कि अगर में एक पल के लिए भी अपनी आंखे बंद कर लू तो मुझे नहीं पता चलेगा कि मैं कहा हूं, यह इतना आसान नहीं है जितना यह दिखता है। वहीं, एक डेमो मैच में रवींद्र जडेजा गेंद को ढूंढते ढूंढते रेंगने लगे और रोहित शर्मा भी खेलने में संघर्ष कर रहे थे।