Fake Board: अब तक 4000 छात्रों के भविष्य से यह जालसाज कर चुके हैं खिलवाड़, जानिए कैसे?

लखनऊ:  छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे जालसाजों के एक गैंग का पर्दाफाश यूपी एसटीएफ ने किया है। यह जालसाजा उत्तर प्रदेश के राज्य मुक्त विद्यालय के नाम से फर्जी बोर्ड बनाकर छात्रों से ठगी कर रहे थे। जालसाजोंं ने इन्दिरानगर इलाके में अपना दफ्तर खोल रखा था। रविवार को एसटीएफ ने इस गैंग के सरगना सहित 7 जालसाजों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से कम्प्यूटर, मार्कशीट, सार्टिफिकेट,पेनकार्ड, चेक बुक, नकद, मोबाइल, मोहर ,स्कार्पियो गाड़ी और सिमकार्ड बरामद किया।


एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि यूपी एसटीएफ को इस बात की सूचना मिली रही थी कि कुछ जालसाज  फर्जी वेबसाइट बनाकर आनलाइन फर्जी एजुकेशन बोर्ड बनाकर छात्रों के साथ ठगी कर रहे हैं। छानबीन में एसटीएफ को इस बात का पता चला कि लखनऊ के इन्दिरानगर फरीदीनगर में स्थित फर्जी बोर्ड का संचालन किया जा रहा है।

बोर्ड के कार्यलय में छानबीन की गयी तो पता चला कि बिहारए महाराष्ट्रए मध्य प्रदेशए हरियाणाए कार्नाटक और दिल्ली सहित कई राज्यों मे स्टडी सेन्टर बनाकर उक्त बोर्ड से सम्बंधित कार्यालय खोल रखे है। उत्तर प्रदेश में 62 शिक्षण संस्थान इस बोर्ड से मान्यता प्राप्त कर छात्रों को सार्टिफिकेट जारी कर रहे है ।

इसके अलावा बोर्ड ऑनलाइन फार्म भरवाकर कुछ समय पश्चात सार्टिफिकेट जारी कर देते है। यह भी पता चला कि इस फर्जी बोर्ड का प्रबन्धक राजमन गौड़ ने वेबसाइट के मेनटेनन्स के लिये एक आईटी एक्सपर्ट नियुक्त कर रखा है। जो डेटाबेस प्रबन्धन का कार्य देखता है अपनी मर्जी से डेटाबेस मे छात्रों के अंकपत्रों में नम्बर अंकित करता है।

लोगों को गुमराह करने के लिए फर्जी नोटिफिकेशन व मान्यता दिखाकर ठगी का कार्य करतें है। सिर्फ इतना ही नहीं जालसाज छात्रों को फंसाने के लिए फर्जी वेबसाइट पर ही पंजीकरण संख्या एवं प्रतिष्ठत लोगों कि फोटो वेबसाइट पर डाल रखा है। आरोपी ने फर्जी तरीके से वेबसाइट पर इण्डियाए स्वच्छ भारत अभियान का लोगो भी लगा रहा था। आरोपियों ने अपनी वेबसाइट पर आईएसओ. 9001 का प्रमाण पत्र भी फर्जी ढंग से हासिल कर लिया गया था।

छानबीन के बाद एसटीएफ ने जब शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की तो पता चला कि सब कुछ फर्जी है। इसके बाद एसटीएफ को पता चला कि इन्दिरानगर के फरीदरीनगर स्थित रहेजा हाउस में चल रहे फर्जी बोर्ड का संचालक राजमन गौड़ दफ्तर बंद कर भागने की फिराक में लगा है।

इस सूचना पर एसटीएफ ने रविवार की दोपहर वहां छापेमारी की और मौके से राजमनएबस्ती निवासी कनिकराम शर्माए सुनीम शर्माए गोरखपुर निवासी नीरज शाहीए आजमगढ़ निवासी जितेन्द्र गौड़ए राधेश्याम और इन्दिरानगर निवासी नीरज प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया। मौके से एसटीएफ ने एक सीपीयूए एक मानीटरए 4 हाईस्कूल व इण्टर मीडियट मार्कशीट व सार्टिफिकेटए 6 पेनकार्डए 9 एटीएम कार्ड ए एक चेकबुकए 31340 रुपयेए 8 मोबाइल फोनए चार डीएमए 9 मोहरए 10 सिमकार्डए उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय फर्जी बोर्ड से सम्बन्धित कागजात और एक स्कार्पियों गाड़ी मिली।

पूछतांछ से पता चला कि प्रबन्धक राजमन गौड के द्वारा फर्जी माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी भी खोल रखी है और लोगों से ठगी भी कर रहा है।

इसके अलावा पुछताछ पर यह भी पता चला कि जौनपुर निवासी अनवर जो की पूर्व में इनके फर्जी बोर्ड का छात्र रहा हैं उसने पासपोर्ट का प्रत्यावेदन किया गया तो उक्त छात्र को पासपोर्ट कार्यालय द्वारा बताया गया कि आपका अंक पत्र फर्जी हैं। इसके अलावा एसटीएफ को दावा है कि कई राज्यों में उक्त बोर्ड के फर्जी मार्कशीट व सर्टिफिकेट के आधार पर लोगों ने सरकारी नौकरियां भी हासिल कर ली हैं।

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