संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सीरिया में जारी संघर्ष के हालात पर चर्चा की है लेकिन युद्धग्रस्त देश में 30 दिवसीय युद्ध विराम के लिए बुलाए जाने वाले एक प्रस्ताव पर सहमति बनाने में विफल रहे। गुरुवार को परिषद एक प्रस्ताव पर विचार कर रहा था, जिसे कुवैत और स्वीडन द्वारा तैयार किया गया था।
जो “सीरिया में 30 दिनों के लिए सुरक्षा और मेडिकल सहायता के लिए सभी सैन्य अभियानों की तरफ से आईएस, अल-कायदा और अल नुसर फ्रंट को छोड़ कर सभी से अपनी शत्रुता समाप्त कर लिए जायें।
संयुक्त राष्ट्र में स्वीडिश राजदूत ओलॉफ़ स्काउग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि परिषद गुरुवार को इस प्रस्ताव पर वोट कर सकती है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र रूसी राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा कि वे इस मामले में संशोधन का प्रस्ताव रखते हैं।
नेबेंजिया के मुताबिक,”युद्धविराम पर परिषद में कोई समझौता नहीं हुआ, क्योंकि आतंकवादी हमलों में बढ़ोत्तरी के कारण अरब देश में संघर्ष बढ़ गया है। नेबेंजिया के जनरल महासचिव एंटोनियो जीटरस के मुताबिक बुधवार को युद्धविराम के मसौदा प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए परिषद से अपील की, विशेष रूप से पूर्वी घाउता में संकट में घिरे 4 लाख निवासियों की मदद करने के लिए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से ये अपील की थी।