नोटबंदी के बाद कैश की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. खबरों के मुताबिक बैंकों तक कैश पहुंचाने के लिए सरकार परिवहन के सारे माध्यमों का इस्तेमाल कर रही है, जिनमें एयरफोर्स के हैलीकॉप्टर्स भी शामिल हैं ताकि कैश को कम समय में बैंकों में पहुंचाया जा सके. सरकार के निर्धारित 21 दिनों के लक्ष्य को घटाकर छह दिन कर दिया गया है.
सरकार ने यह उम्मीद जताई है कि अगले कुछ हफ्तों में बैंकों में कैश की समस्या खत्म हो जाएगी. जहां देश के शहरी इलाकों में धीरे-धीरे कैश की समस्या पर काबू पाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार गांवों की तरफ भी विशेष ध्यान दे रही है.
सूत्रों की माने तो सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद हासिल किए गए पैसों से बैंकों का आर्थिक ढांचा मजबूत होगा. साथ ही सरकार इन पैसों को इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में इस्तेमाल कर सकती है.
हालांकी सूत्रों का यह भी मानना है कि सरकार को उतनी राशि नहीं मिले जितनी उम्मीद की जा रही है. सूत्र ने कहा कि जब 1978 में सरकार द्वारा नोट को बैन किया गया था तब बाजार से 20 प्रतिशत नोट वापस नहीं आ पाए थे. इसलिए वे उन नोटों की संख्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिनके आने की उम्मीद नहीं है.
अब 2000 रुपये के नए नोट को एटीएम में रखा जा रहा है. इसके लिए एटीएम के पुराने सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों को बदला जा रहा है. अब तक देश के 34000 एटीएम ने काम करना शुरू कर दिया है, जहां से नए नोट मिल रहे हैं.