अमेरिका: पिछले साल कई बड़े तूफान झेल चुके अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट पर एक और भयानक तूफान ने दस्तक दी है। इस बर्फीले तूफान की वजह से शनिवार को पांच लोगों की मौत हो गई जबकि पूर्वी तट पर भारी बारिश, तेज हवाओं और बर्फबारी के कारण हजारों उड़ानें रोक दी गई हैं।
इसके अलावा वाशिंगटन का संघीय कार्यालय भी इस तूफान के कारण बंद करना पड़ा है। अमेरिका के पूर्वोत्तर इलाके में 90 हजार से अधिक घरों की बिजली आपूर्ति ठप हो चुकी है और करीब सात लाख लोग बुनियादी आवश्यकताओं के लिए जूझ रहे हैं।
पूर्वी तट पर जारी भीषण आंधी के कारण रात को सोते वक्त पेड़ गिरने से एक बच्चे की उसी समय मौत हो गई जबकि न्यूयॉर्क के पुतनाम काउंटी में 11 साल के एक लड़के की भी उसके घर पर पेड़ गिरने से मौत हो गई। आंधी के चलते बाल्टिमोर में 77 साल की महिलाए रोड द्वीप पर 70 साल के बुजुर्ग और वर्जीनिया में एक 44 साल के व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हो गई। मेसाचुसैट्स में 134 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। यहां मौसम विभाग ने आगे भी आंधी का कहर जारी रहने की भविष्यवाणी की है। यहां कई इलाकों में हवाएं इतनी तेज हैं कि पेड़ अपनी जड़ों समेत उखड़ गए हैं।
अधिकारियों ने तटीय इलाकों के लोगों से अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है। बोस्टन में सड़कों पर पानी भर गया है। यहां भी 113 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण कई जगह पर पेड़ गिर गए हैं और बिजली गुल हो गई है। तूफान के कारण वर्जीनिया के गवर्नर ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। राजधानी वाशिंगटन में भी लोगों को बिजली की किल्लत का सामना करना पड़ा है।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में भी भीषण बर्फीले तूफान के चलते एक स्नोबोर्डर की मौत और नेवादा स्की स्थल पर हिमस्खलन के कारण पांच लोगों के घायल होने के समाचार हैं। कैलिफोर्निया के स्कॉ वैली स्की रिसॉर्ट को हिमस्खलन के बाद बंद कर दिया गया है। बचावकर्मी यहां फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे हुए हैं। यहां हिमस्खलन रोकने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल भी किया गया लेकिन बर्फबारी काफी तेज होने के कारण कोई भी उपाय काम नहीं आया। इलाके में करीब 241 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं। यूरोप में भी इन दिनों बर्फीले तूफान का कहर जारी है। यहां 2 दिन में 300 से अधिक उड़ानों को रद कर दिया गया हैए जबकि सार्वजनिक परिवहन भी ठप हो गया है।
खबर है कि अब तक इस खतरनाक मौसम के चलते कुल 35 से भी ज्यादा लोग यहां मारे गए हैं। उत्तरी नीदरलैंड में तापमान मायनस 43 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गयाए जबकि ब्रिटेन में मायनस 23 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान रिकॉर्ड किया गया। पिछले 55 सालों में यह सबसे कम तापमान है।
स्कॉटलैंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इटली के नेपल्स में 50 साल की बर्फबारी ने रिकॉर्ड तोड़ा हैए जबकि रोम में पिछले 32 साल में दूसरी बार बर्फबारी हुई है। पोलैंड में बुधवार को ही ठंड से 8 मौतें हुई हैं। यूरोप की सड़कें बर्फ की चादर से ढंकी देखी जा सकती हैं।