केंद्र सरकार मुस्लिम समुदाय में प्रचलित तीन तलाक को खत्म करने की कोशिशों में जुटी है, वहीं अब शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली हलाला प्रथा के खिलाफ सवाल उठाते हुए इसे खत्म किए जाने की मांग की है.
उन्होंने इस प्रथा के खिलाफ आवाज मुखर करते हुए कहा कि हलाला प्रथा का इस्तेमाल महिलाओं के शारीरिक शोषण के लिए किया जाता है.
कुरान और इस्लाम के मुताबिक हलाला उस महिला के साथ किया जाना चाहिए जिसे इस्लाम के हिसाब से तीन बार तलाक देकर अलग कर दिया गया हो और उससे फिर निकाह की मंशा ना हो, लेकिन लोग महज शारीरिक शोषण करने के लिए तलाक देते हैं और फिर हलाला में दूसरे के साथ निकाह करवा कर कुछ दिन बाद तलाक करवा खुद निकाह कर लेते हैं जो कि सरासर गलत है.
इस्लाम के मुताबिक जिससे तलाक की नीयत के साथ निकाह किया जाए वो निकाह ही हराम है. ऐसे में जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वो इस्लाम की अपनी सहूलियत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं.