अमूमन अहिंसा की बात करने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे ने बुधवार को साफ कहा कि अगर पाकिस्तान नहीं मानता तो एक बार आरपार हो जाना चाहिए। वह यहां जम्मू के दशहरा ग्राउंड में पहली बार जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से रूबरू थे।
इस दौरान पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर उल्लंघन और जवानों की शहादत के सवाल पर वह खुलकर बोले। हालांकि इससे पहले हालांकि उन्होंने लड़ाई को दोनों देशों के लिए ठीक नहीं बताया। कहा कि इससे दोनों देशों के लोग तीस साल पीछे चले जाएंगे और हिंसा किसी समस्या का हल भी नहीं।
कहा कि, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान नहीं मानता तो उसे एक बार बार जवाब दिया ही जाना चाहिए। उन्होंने पाक की गोलाबारी में लगातार जवानों की शहादत पर भी दुख जताया। कहा कि अपने घर का आदमी मरता है तो कैसा दुख होता है, इसे केवल वही बता जा सकता है, जिसके घर का इंसान चला गया हो।
कहा कि लड़ाई में भी इतने आदमी नहीं मारे जाते, जितने कि अब तक सीजफायर उल्लंघन में मारे जा चुके हैं।