उत्तराखंड बनने के बाद राज्य कोटे की सीट से जितने भी लोग अब तक राज्यसभा पहुंचे हैं, उनमें अनिल बलूनी सबसे कम उम्र के सांसद बनेंगे। उनकी उम्र 45 साल के करीब है। इससे पहले, सुषमा स्वराज, संघ प्रिय गौतम, हरीश रावत, भगत सिंह कोश्यारी, प्रदीप टम्टा, महेंद्र सिंह माहरा, राज बब्बर, स्वर्गीय मनोरमा शर्मा, सत्यव्रत चतुर्वेदी समेत जितने भी लोग वाया उत्तराखंड राज्यसभा पहुंचे, उनकी उम्र बलूनी के मुकाबले ज्यादा रही।
अनिल बलूनी को राज्यसभा सांसद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद अनिल बलूनी के गांव में जश्न का माहौल रहा। भाजपा कार्यकर्ता व ग्रामीण उनके पैतृक आवास पहुंचे और ढोल-दमाऊं के साथ पांडव नृत्य व मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाईं।
भाजपा के राज्यसभा सांसद के उम्मीदवार अनिल बलूनी, ब्लाक कोट के नकोट भद्री गांव के निवासी हैं। भाजपा द्वारा उन्हें प्रत्याशी घोषित करने के बाद कोट ब्लाक के फलदाकोट, बजूण व खोला आदि गांवों में खुशियां मनाई गईं।
ढोल-दमाऊं के साथ पांडव नृत्य व मिठाइयां बांटी गईं। जश्न में भाजपा कार्यकर्ता संजय बलूनी, दीपक रावत, तारा सिंह रावत, चंदन सिंह, दाता राम बलूनी, शोभा सिंह, प्रमोद भद्री, सुनीता बलूूनी के साथ अनिल बलूनी की चाची सुलोचना देवी भी शामिल रहीं।
राज्यसभा चुनाव में उत्तराखंड कोटे की एक सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार अनिल बलूनी ने सोमवार को नामांकन पत्र भर दिया। समय सीमा खत्म होने तक सिर्फ बलूनी ने ही नामांकन पत्र भरा है, लिहाजा उनका राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित होना तय है।
मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 15 मार्च को नाम वापसी की औपचारिकता पूरी की जाएगी। इसके बाद, बलूनी के निर्विरोध निर्वाचित होने का एलान कर दिया जाएगा। राज्यसभा की इस सीट के लिए एकमात्र नामांकन होने की वजह से 23 मार्च को भराड़ीसैंण-गैरसैंण में मतदान की आवश्यकता नहीं पडे़गी।
सोमवार को अपराह्न दो बजकर 10 मिनट पर रिटर्निंग ऑफिसर मदन सिंह कुंजवाल के समक्ष बलूनी ने नामांकन पत्र दाखिल किए। उनके साथ सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, मदन कौशिक, प्रकाश पंत, यशपाल आर्या, डॉ.हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, डॉ.धन सिंह रावत और रेखा आर्या मौजूद थे।
बलूनी ने चार सेटों में नामांकन कराया है, जिसमें सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से लेकर उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी और विधायक प्रस्तावक बने हैं। राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार होने की वजह से बलूनी को प्रत्येक सेट में दस की जगह सात विधायकों को ही प्रस्तावक बनाना पड़ा। नामांकन के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य नेताओं ने बलूनी का मुंह मीठा कराकर उन्हें बधाई दी। स्पीकर प्रेम चंद्र अग्रवाल ने भी बलूनी का स्वागत किया। शाम को अनिल बलूनी ने राजभवन जाकर राज्यपाल डॉ.केके पॉल से भी मुलाकात की।