लखनऊ , 24 नवम्बर। तालकटोरा इलाके में रहने वाले सेवानिवृत्त बीएसएनएल कर्मचारी के बेटे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस का कहना है कि उसने बेरोजगारी व शराब की लता से परेशान होकर अपनी जान दी है। पुलिस को उसके हाथ का लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है।
इंस्पेक्टर तालकटोरा ने बताया कि राजाजीपुरम के सेक्टर-ई में बीएसएनएल विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी किशन सरोज अपने परिवार के साथ रहते हैं। बताया जाता है कि उनका बेटा 42 वर्षीय शैलेश कुमार हद से अधिक शराब पीने का आदी था और मौजूदा समय में बेरोजगार था। मंगलवार की रात शराब के नशे में शैलेश का अपने परिवार वालों से खूब झगड़ा हुआ। इसके बाद वह सोने के लिए अपने ड्राइंग रूम में चला गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद शैलेश में पंखे में साड़ी के सहारे लटक कर अपनी जान दे दी। सुबह जब शैलेश ने ड्राइंग रूम का दरवाजा नहीं खोला तो परिवार वालों ने इस बात की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा तो देखा कि शैलेश का शव पंखे में साड़ी के सहारे लटक रहा था। छानबीन के दौरान पुलिस को मौके से शैलेश के हाथ का लिखा सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में शैलेश में अपनी बेरोजगारी व शराब की लत से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी। छानबीन के बाद पुलिस ने शैलेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शैलेश के परिवार में माता-पिता, पत्नी मैवी, एक बेटा व एक बेटी हैं।
साड़ी खरीदकर लगायी फांसी
आत्महत्या करने से पहले शैलेश ने बाजार से साड़ी खरीदी थी। बाजार से खरीदी गयी साड़ी के सहारे उसने आत्महत्या की है। साड़ी खरीदने की बात शैलेश में अपने सुसाइड नोट में लिखी है। शैलेश ने अपनी पत्नी से दूसरी शादी करने की बात भी लिखी है। सुसाइड नोट में शैलेश ने पत्नी के लिए लिखा है कि वह अच्छा पति नहीं बन सका, इसलिए वह बच्चों की खातिर दूसरी शादी कर ले।