दिल्ली के मयूर विहार स्थित एल्कॉन पब्लिक स्कूल की छात्रा द्वारा फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त करने के मामले में पुलिस ने दो शिक्षकों और प्रिंसिपल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। वहीं, रिपोर्ट दर्ज करने और धाराओं में लापरवाही बरतने में एसएसपी ने थाने में तैनात मुंशी को निलंबित कर दिया है। परिजनों ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने की मांग की।वहीं, घटना के 20 घंटे बाद भी जब पुलिस घर पर नहीं पहुंची तो मामले की शिकायत पुलिस कप्तान से की गई तो वह स्वयं भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच करने के बाद आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। कथक नृत्य कलाकार की बेटी के आत्महत्या मामले में एल्कॉन पब्लिक स्कूल के अध्यापक राजीव सहगल(एसएसटी), नीरज आनंद (विज्ञान) के खिलाफ मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया गया।
जबकि प्रिंसिपल पर अभिभावकों की बात न सुनने का आरोप लगाया गया है। बुधवार को जब उनको पता चला कि रिपोर्ट दर्ज करने पर हेड कांस्टेबल ने लापरवाही बरती है और पॉक्सो एक्ट व छेड़छाड़ की धाराएं नहीं लगाई हैं तो उसको निलंबित कर दिया। 20 घंटे बाद भी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची तो परिजनों ने एसएसपी को फोन करके जानकारी दी।
एसएसपी ने तुरंत पुलिस को मौके पर भेजा और स्वयं भी परिजनों से जाकर मिले। उधर, एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह और सेक्टर-24 पुलिस ने स्कूल जाकर शिक्षकों से पूछताछ की। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी का मानसिक और शारीरिक शोषण किया गया है।
इसका विरोध उनकी बेटी ने किया था तो अध्यापक राजीव सहगल ने उसे फेल करने और स्कूल से बाहर निकालने की धमकी दी थी। इसके बाद भी उनकी बेटी ने उन्हें बताया तो वह प्रिंसिपल से मिलने गए। इस पर प्रिंसिपल ने इस शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और जब दोबारा इस तरह की घटना हुई और शिकायत करने गए तो 4 घंटे तक इंतजार कराया। इसके बाद भी प्राचार्य बिना मिले ही स्कूल से चले गए।
छात्रा की मां ने शिक्षक पर आरोप लगाया कि अकसर एसएसटी पढ़ाने वाला अध्यापक उनकी बेटी के शरीर को बहाने से छूता रहता था और बिना बात के ही उनकी बेटी को बेंच पर खड़ा करता था और कई बार थप्पड़ तक मार चुका था। बिरजू महाराज के शिष्य सेक्टर-52 में परिवार के साथ रहते हैं।
उनकी बेटी दिल्ली के मयूर विहार स्थित एल्कॉन पब्लिक स्कूल में नौंवी की छात्रा थी। उसने मंगलवार शाम को उस समय फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जब घर पर कोई नहीं था। परिजन आए तो दरवाजा नहीं खुला। खिड़की से देखा तो छात्रा का शव लटका हुआ था। किसी तरह दरवाजा तोड़ा और छात्रा को कैलाश अस्पताल लेकर गए। मगर वहां पर छात्रा को मृत घोषित कर दिया गया।
छात्रा आत्महत्या मामले में दो शिक्षक और प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उन्हीं के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट दर्ज करने में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है। शिक्षकों से भी पूछताछ की जा रही है।