कभी अमिताभ बच्चन को आपने टीवी पर रीड एंड टेलर के शूट पहने हुए इसका प्रचार करते देखा होगा, लेकिन आज यही कंपनी दिवालिया होने के कगार पर खड़ी हो गई है.
रीड एंड टेलर ब्रांड की पैरेंट कंपनी एस. कुमार्स नेशनवाइड (SKNL) ने बैंकरप्टसी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कंपनी के प्रमोटर नितति कसलीवाल ने 5 हजार करोड़ रुपये का एक लोन न चुका पाने के बाद यह कदम उठाया है.
रीड एंड टेलर वही ब्रांड है, जिसका जेम्स बॉन्ड की भूमिका निभाने वाले पियर्स ब्रॉन्सन एड करते थे. भारत में ब्रॉन्सन की जगह अमिताभ बच्चन ने ली थी. वह इसके विज्ञापन किया करते थे.
कंपनी के प्रमोटर नितिन कसलीवाल को ज्यादातर कर्जदारों ने विलफुल डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. इस वजह से वह रेजोल्यूशन प्लान में शामिल नहीं हो पाएंगे. आईडीबीआई बैंक ने एस. कुमार्स नेशनवाइड के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है.
दूसरी तरफ, एडेलवाइज एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने रीड एंड टेलर (इंडिया) को दिवालिया अदालत में घसीटा है. एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से लिखा है कि लेंडर रीड एंड टेलर और एस.कुमार्स दोनों के लिए व्यापक डेट रिस्क्ट्रक्चरिंग पैकेज तैयार करना चाहते हैं.
क्योंकि रीड एंड टेलर एस. कुमार्स से जुड़ी है. अधिकारी ने बताया कि इसी वजह से दोनों कंपनी के लिए एक समान रेजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त करने का फैसला लिया गया है.
बता दें कि देश के सरकारी बैंक पहले ही घोटालों की मार से जूझ रहे हैं. पंजाब नेशनल बैंक में सामने आए 12700 करोड़ रुपये के घोटाले से बैंकिंग व्यवस्था में हड़बड़ी मची हुई है. इस घोटाले के केंद्र में ज्वैलर नीरव मोदी और गीतांजलि के मेहुल चौकसी हैं. दूसरी तरफ, फिलहाल इन मामलों में जांच जारी है.
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