अगले महीने होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में करीब 60 सीटों पर शिवसेना गठबंधन सहयोगी दल भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को संवादाता सम्मेलन में यह बात कही। इससे पहले शिवसेना ने गुजरात, गोवा और उत्तर प्रदेश चुनाव में भी पिछले साल अपने उम्मीदवार भाजपा के खिलाफ उतारे थे।
राउत ने बताया, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि पार्टी अकेले स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने जा रही है। इसलिए कर्नाटक में भी हमने अकेले जाने का फैसला किया है। हम करीब 50 से 60 सीट पर लड़ेंगे, लेकिन महाराष्ट्र एकीकरण समिति को समर्थन देंगे। यह संगठन महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच के विवादित क्षेत्र में रहने वाले लोगों का प्रतिनिधित्व करता है।
दरअसल महाराष्ट्र, कर्नाटक के अंतर्गत आने वाले बेलगाम, कारवार में आने वाले करीब 800 गांवों को अपना मानता है। महाराष्ट्र का दावा है कि इन इलाकों में मराठी भाषा बोलने वाले लोगों का प्रभुत्व है। ऐसे में शिवसेना और बीजेपी के बीच इन इलाकों में दिलचस्प मुकाबला भी देखने को मिल सकता है। राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देनेन्द्र फडणवीस से इन इलाकों में बीजेपी के लिए प्रचार नहीं करने की अपील की है।