उन्नाव: लड़की से रेप मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर और सह आरोपी शशि सिंह को सीबीआई ने सीतापुर जेल शिफ्ट किया है। मंगलवार को सुबह करीब 9 बजे उन्नाव जेल से दोनों को लेकर पुलिस सीतापुर के लिए निकली। पीडि़ता ने स्वयं और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अपील दायर कर कहा था किए उन्नाव जेल से विधायक कुलदीप को शिफ्ट करके किसी दूसरी जेल भेजा जाए।
क्योंकि उन्नाव में विधायक का दबदबा है। जेल के अंदर ही उसके रिश्तेदार की कैंटीन चलती है। उधर दूसरी ओर मामले की जांच कर रही सीबीआई ने विधायक व अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चार अलग-अलग मुकदमों की जांच के लिए अलग.अलग टीमें बनाकर काम कर रही है। छह सदस्यीय एक टीम ने माखी थाने में ही डेरा डाल दिया है। सीबीआई ने जून 2017 में किशोरी का अपहरण कर गैंगरेप और उसे आगरा में बेचने के प्रयास की घटना में जमानत पर छूटे एक आरोपी को रविवार रात कानपुर देहात से गिरफ्तार किया है।
हालांकि सीबीआई ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। हाईकोर्ट की ओर से विधायक सेंगर प्रकरण की जांच में 21 मई को स्टेटस रिपोर्ट तलब किए जाने से सीबीआई ने जांच में और तेजी लाने के लिए विधायकए उनके भाई व अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज हुए चारों मुकदमों की जांच के लिए अलग.अलग टीम बनाकर काम कर रही हैं।
सोमवार को छह सदस्यीय टीम माखी थाने पहुंची। टीम के लिए यहां हाल ही में निर्मित एसआई आवासों में दो की साफ.सफाई भी कराई गई है। एक टीम रेलवे के अधिकारी विश्रामालय और एक नवाबगंज पक्षी विहार में रुकी है। सर्विलांस और दबिश टीमें भी अपना काम कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अगले एक-दो दिनों में किशोरी के पिता के खिलाफ मारपीट व आम्र्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कराने वाले उसके ;किशोरी केद्ध चचेरे चाचा टिंकू सिंह को खोज निकालने के प्रयास में है। टिंकू सिंह सीबीआई के लिए पूरे प्रकरण की जांच में अहम कड़ी साबित होगा।
सूत्रों के मुताबिक टिंकू की तलाश में सीबीआई की टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं। सीबीआई आरोपी विधायक के करीबियों पर भी नजर रख रही है। सर्विलांस टीम ने करीबी लोगों और पुलिस कर्मियों को निशाने पर लिया है। सुमन सिंह उर्फ शशि प्रताप की गिरफ्तारी के बाद विधायक के करीबियों में खलबली मच गई है।
सीबीआई की एक टीम पिछले कई दिनों से काल डेटा रिकार्ड खंगाल रही है। इनमें विधायक के दो गनर, उनके दो निजी चालक, चार सहयोगियों के अलावा इसी मामले में निलंबित सफीपुर सीओ कुंवर बहादुर सिंह, माखी एसओ अशोक भदौरिया, हल्का इंचार्ज केपी सिंह, हेड कांस्टेबल रामराज शुक्ला, कांस्टेबल लक्ष्य कुमार, अशोक सेन, मोहित कुमार और माखी में 2017 में तैनात रहे दरोगा अजय राजावत सफीपुर कोतवाली से निलंबित भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक में 2017 में जिले में तैनात रहीं तत्कालीन एसपी नेहा पांडेय और निवर्तमान एसपी पुष्पांजलि, सीएमओ, जेल अधीक्षक व अन्य अधिकारियों, जिला अस्पताल के डाक्टरों से भी पूछताछ करेगी।