ज्वालामुखी फटने से कई जगहों की जमीन भी फट गई। इससे सल्फर डाई ऑक्साइड समेत कई जहरीली गैसें निकल रही हैं। जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक अंदर अभी और लावा मौजूद है जिस कारण यह अभी और निकल सकता है। इसमें 10 जगह ऐसी हैं जहां से लावा निकल रहा है। इसकी चपेट में आकर 32 घर तबाह हो गए हैं। यहां के करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
वहीं बीते पांच दिनों से यहां 500 बार भूकंप आ चुका है। जिसमें 13 बार रिएक्टर पैमाने पर तीव्रता 4 से ऊपर मापी गई। इनमें सबसे बड़ा भूकंप 6.9 की तीव्रता के साथ आया। इन भूकंप के झटकों से ही ज्वालामुखी ने पहले से अधिक विकराल रूप लिया। अब यह लावा करीब 4 लाख वर्ग फीट तक फैल चुका है।
किलुआ ज्वालामुखी लुआ हीलो द्वीप पर स्थित पांच ज्वालामुखियों में से एक है। इस द्वीप पर करीब 1.89 लाख लोग रहते हैं। इसके अलावा इसे 89 लाख लोग देखने भी आते हैं। लेकिन इस लावा के कारण वॉल्कैनो नेशनल पार्क बंद कर दिया गया है। इसकी भाप से लीलानी इलाके में एक दरार भी आ गई जिसकी पुष्टि गुरुवार देर रात की गई। वहीं यहां के निवासियों को पास के सामुदायिक केंद्र में शरण लेनी पड़ रही है।
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