यहाँ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सीआईए निदेशक पद के लिए चुनी गई जिना हास्पेल का कहना है कि सीआईए आतंकवादी समूहों और पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिकों के बीच संभावित सामंजस्य को लेकर वे काफी चिंतित है और आगे भी रहेंगी. गौरतलब है कि सीनेट के समक्ष अपनी नियुक्ति की पुष्टि की सुनवायी के दौरान जिना ने यह इस तरह का बयान दिया.
साथ ही मिली एक जानकारी के अनुसार जिना ने सुनवायी के दौरान खुद को प्रताड़ना कार्यक्रम के खिलाफ बताया और कहा कि उनकी समझ और मजबूत नैतिकता उन्हें अपने राष्ट्रपति के ऐसे किसी भी आदेश का पालन करने से रोकेगी जो उन्हें अपनी नज़र में आपत्तिजनक लगेगा. यहाँ पर सुनवायी के दौरान जिना ने कहा कि उनके नेतृत्व में सीआईए उस विवादित हिरासत एवं पूछताछ कार्यक्रम को फिर से शुरू नहीं करेगा, जिसके तहत 9/11 हमले के बाद ‘ब्लैक साइटों’ पर कार्रवाई की गई थी.
यहाँ पर जिना हास्पेल ने कहा, ‘‘आतंकवादी समूहों और पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिकों के बीच संभावित संबंधों को लेकर गंभीर चिंता है और हम इस पर करीब से नजर रखेंगे.’’ जानकारी के अनुसार सीनेट अगर हास्पेल की नियुक्ति की पुष्टि कर देता है तो वह सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की पहली महिला निदेशक भी होंगी.