बिहार: एक तरफ जहां देश के कई राज्यों में किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं वही किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने अजीबो-गरीब बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं है कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मीडिया में आने के लिए कुछ किसान तरह-तरह के उपक्रम कर रहे हैं।
देश में करोड़ों की संख्या में किसान हैं और उसमें कुछ किसानों का ये प्रदर्शन मायने नहीं रखता। कृषि मंत्री ने कहा मीडिया में आने के लिए असामान्य कार्य करना होता है। देश में 12-14 करोड़ किसान हैं। हमेशा से ऐसे संगठन रहेंगे जिनमें कुछ हजार लोग होंगे।
कृषि मंत्री से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा कि देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और मध्यप्रदेश में किसानों का बड़ा आंदोलन चल रहा है। इसके जवाब में कृषि मत्री ने कहा ऐसा नहीं है कि हमारी सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं किया। मध्यप्रदेश में भी बहुत काम हुए हैं जहां तक प्रदर्शन की बात है तो कई बार मीडिया में पब्लिसिटी के लिए भी कुछ किसान तरह.तरह के उपक्रम करते रहते हैं।
बिहार के विशेष राज्य की मांग के सवाल पर राधामोहन सिंह ने कहा कि 14वें वित्त आयोग ने बैठक में केंद्र और राज्य के बीच के मामले में राज्यों का कर का हिस्सा बढ़ा दिया था ऐसे में अब 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट आने पर इसे देखा जाएगा।
पेट्रोल व डीजल की बढ़ी कीमतों और किसानों को हो रही असुविधा को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार इसको लेकर गंभीर है और इस पर नजर रखी जा रही है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में किसान बंद आंदोलन आज से शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के मंदसौर गोलीकांड के एक साल पूरे होने पर किसान संगठनों द्वारा गांव बंद का एलान हुआ था।