लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं को लेकर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस हाईकमान पर निर्भर करता है। वह इस संबंध में जरूरत पड़ने पर विचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस की लीडरशिप पार्टी हाईकमान को इस मुद्दे पर उस समय अपनी राय देगी, जब पार्टी हाईकमान इस राज्य की राय मंगेगी। कृष्ण मुरारी की नए चीफ जस्टिस के तौर पर नियुक्ति का स्वागत करते हुए कैप्टन ने कहा कि वे एक प्रसिद्ध कानूनविद् हैं और अपने अनुभव से पंजाब और हरियाणा की न्यायिक प्रणाली को और बेहतर बनाएंगे।
किसानों का विरोध, केंद्र की उपेक्षापूर्ण नीति का नतीजा
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों का विरोध केंद्र सरकार की किसान के प्रति उपेक्षापूर्ण नीति का नतीजा है। केंद्र सरकार किसानों को कोई भी मदद उपलब्ध करवाने में सफल रही है। कैप्टन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी के शपथ ग्रहण के बाद हरियाणा राजभवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कैप्टन ने कहा कि किसान केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का शिकार हो रहे हैं। पंजाब और दूसरे राज्यों की सरकारों की तरफ से बार बार किसानों की समस्याओं के बारे में केंद्र को अवगत करवाए जाने के बाद भी केंद्र सरकार किसानों को बचाने के लिए आगे आने में असफल रही है। कर्ज के बोझ के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य उचित रूप में न मिलने के कारण खेती का धंधा लाभप्रद नहीं रहा। उन्होंने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग फिर दोहराई, जोकि राज्य के कृषि संकट के हल के लिए दीर्घकालिक एक मात्र असरदार रास्ता है।
भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस से भी हो सकता है समझौता : खैहरा
उधर, फिरोजपुर में आप नेता व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए देशहित में प्रदेश में कांग्रेस के साथ भी समझौता हो सकता है लेकिन यह फैसला पार्टी विधायकों की बैठक में उनकी सहमति के बाद ही लिया जाएगा। खैहरा यहां डीसी दफ्तर के बाहर उनसे धक्कामुक्की करने वाले कांग्रेस वर्करों पर कार्रवाई न किए जाने के विरोध में धरना देने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है। कांग्रेस के नेता शराब कारोबारियों के साथ मिलकर शराब का कारोबार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमङ्क्षरदर ङ्क्षसह अपने विधायकों पर अंकुश नहीं लगा रहे हैं। कांग्रेस ने 10 साल के शिअद-भाजपा शासनकाल में हुई गुंडागर्दी व अवैध लूट खसोट को भी पीछे छोड़ दिया है।