लखनऊ , 11 दिसम्बर मडिय़ांव इलाके में रहने वाले स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त जालसाजों ने एटीएम का पासवल्र्ड व अन्य जानकारी निकाल कर 50 हजार रुपयें ठग लिये। पीडि़त बुजुर्ग अलीगंज, मडिय़ांव व हसनगंज पुलिस के चक्कर लगा-लगाकर थक गया तो रविवार को सएसपी आवास शिकायत लेकर पहुंचा। इसके बाद पीडि़त को सीओ अलीगंज के पास भेज दिया गया।
मडिय़ांव के एसबीआई कालोनी में एसीबीआई से सेवानिवृत्त अधिकारी राजेन्द्र मोहन श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने ताया कि एसबीआई बैंक में ही उनका एक खाता है। बीते 6 दिसम्बर को उनके पास एक फोन आया। फोनकर्ता ने खुद को मुम्बई हैड आफिस का अधिकारी बताते हुए राजेन्द्र मोहन को जानकारी दी कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। अगर वह अपने एटीएम को रिन्यू कराना चाहते हैं तो उसके लिए उनको कुछ जानकारियां देनी होंगी।
एटीएम बंद होने की बात सुन बुजुर्ग राजेन्द्र मोहन को फोनकर्ता की बात पर यकीन हो गया। बस इसके बाद फोनकर्ता ने राजेन्द्र मोहन से उनके एटीएम से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर ली और कुछ देर के बाद एटीएम रिन्यू होने की बात कहते हुए फोन काटा दिया। फोन कटाने के कुछ ही देर के बाद बुजुर्ग राजेन्द्र मोहन के खाते से एक के बाद एक 50 हजार रुपये जालसाजों ने निकाल लिये। बैंक से मिले मैसेज को पढ़ते ही बुजुर्ग के पैरों तले जमीन खिसक गयी। उन्होंंने सबसे पहले बैंक के कस्टमर केयर नम्बर पर बात कर अपने एटीएम कार्ड को ब्लाक कराया। इसके बाद वह शिकायत लेकर अलीगंज थाने पहुंचे। अलीगंज पुलिस ने उनको रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए मडिय़ांव भेज दिया।
मडिय़ांव पुलिस ने बुजुर्ग को बताया कि उनका बैंक हसनगंज के निरालानगर इलाके में आता है तो उनकी रिपोर्ट हसनगंज कोतवाली में दर्ज की जायेगी। इसके बाद बुजुर्ग राजेन्द्र मोहन शिकायत लेकर हसनगंज कोतवाली पहुंची। कोतवाली में घंटो इंतजार करने के बाद उनकी मुलाकात इंस्पेक्टर हसनगंज से हुई। इंस्पेक्टर हसनगंज ने उनको बताया कि उनके साथ धोखाधड़ी बैंक से नहीं हुई है तो उनकी रिपोर्ट मडिय़ांव में दर्ज की जायेगी। तीन थानों की पुलिस के इस अलग-अलग बयानों ने बुजुर्ग राजेन्द्र मोहन को उलझा दिया। इसके बाद रविवार की सुबह वह एसएसपी आवास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। बुजुर्ग की एसएसपी से मुलाकात तो नहीं हो सकी पर एसएसपी के पीआरओ ने उनको सीओ अलीगंज के पास जाकर अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए कहा। इसके बाद बुर्जुग राजेन्द्र मोहन ने फोन से बात कर सीओ अलीगंज से मिलने का समय लिया और वहां से चले गये।