वीडियोकॉन इंडस्ट्री को दिए गए लोन के मामले में जांच का सामना कर रही आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर के हितों के टकराव का एक और मामला सामने आया है.
आयकर अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या कोचर परिवार द्वारा साउथ मुंबई के सीसीआई चैम्बर्स अपार्टमेंट में मकान खरीदने में वीडियोकॉन ने मदद की है? चंदा कोचर का परिवार फिलहाल इसी मकान में रहता है.
इंडियन एक्सप्रेस अखबार के अनुसार, इस मकान की खरीद में वीडियोकॉन से जुड़ी कई कंपनियों के द्वारा किया गया जटिल लेनदेन शामिल है. वीडियोकॉन और कोचर के मकान से जुड़े इस तार से हितों के टकराव का वह मसला और मजबूत हो जाता है जिसमें फिलहाल चंदा कोचर फंसी हैं और जिसकी जांच चल रही है. आईसीआईसीआई इस मामले की स्वतंत्र तरीके से जांच करा रहा है और जांच होने तक चंदा कोचर को छुट्टी पर भेज दिया गया है.
खबर के अनुसार 45, सीसीआई चैम्बर्स सीएचएस लिमिटेड के पते पर स्थित कोचर परिवार का फ्लैट क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के सामने चर्चगेट इलाके में है. आयकर विभाग ने अभी तक जांच से हासिल जानकारी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) को भेजी है.
क्या है ICICI बैंक का मामला
आईसीआईसीआई बैंक ने साल 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को एसबीआई के नेतृत्व में बनाए गए एक कंसोर्शियम में शामिल होकर 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया था. इस कंसोर्शियम में 20 बैंक शामिल थे जिन्होंने कुल चालीस हज़ार करोड़ रुपये का लोन वीडियोकॉन को दिया.
इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन के निवेशक अरविंद गुप्ता ने 15 मार्च, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली समेत कई अन्य सरकारी विभागों को पत्र लिखकर दावा किया गया कि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन के साथ व्यापारिक रिश्ते हैं, ऐसे में वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए 3250 करोड़ रुपये के लोन में हितों का टकराव का मामला हो सकता है.
31 मार्च को अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने एक ख़बर छापी जिसमें ये बताया गया कि वीडियोकॉन कंपनी को मिले लोन के एनपीए होने में चंदा कोचर किस तरह शामिल हैं.
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