प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू-मुस्लिम दंपती के पासपोर्ट आवेदन पर आपत्ति जताने वाले सीनियर सुपरीटेंडेंट विकास मिश्रा अब भी अपने स्टैंड पर कायम हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को खारिज कर दिया है।
विकास मिश्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा हमने तनवी सेठ के निकाहनामे में मुस्लिम और एप्लीकेशन में हिंदू नाम होने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा तनवी से उनके निकाहनामे में लिखे नाम शादिया अनस का ही प्रयोग करने को कहा था। जिसके लिए उन्होंने मना कर दिया। विकास मिश्रा का कहना था कि हमें आवेदन को आगे बढ़ाने से इस बात की सघनता से तस्दीक करनी पड़ती है कि कोई भी व्यक्ति पासपोर्ट के लिए अपना नाम तो नहीं बदल रहा। उन्होंने कहा कि जब हमने तनवी ने कहा कि आप को पासपोर्ट आवेदन में अपना नाम बदलना होगा, तब वह हमारे ऊपर भड़क गईं। मेरे ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन मैंने नियम के खिलाफ काम करने से मना कर दिया। इसके बाद इसको हिंदू-मुस्लिम का रूप दिया गया। हर पासपोर्ट आवेदन पत्र में सपोर्टिंग डाक्युमेंट लगाने का प्रावधान है। हर क्लॉज को भरना होता है, किसी के चाहने या न चाहने पर हम नियम में तो बदलाव नहीं कर सकते हैं। इस प्रकरण में हमने निकाहनामे में मुस्लिम और एप्लीकेशन में हिंदू होने पर सवाल उठाया था।
विकास मिश्रा से इस बाबत जब पूछा गया कि उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है तो उन्होंने साफ कहा कि हम हर नोटिस का जवाब दे देंगे। पासपोर्ट सेवा केंद्र में तैनात सीनियर सुपरिटेंडेंट विकास मिश्र का ट्रांसफर। विकास मिश्रा ने कहा मैंने कोई गलत काम नही किया। नियम के अनुसार फाइल अधिकारी को भेजी थीइस दंपति ने शिकायत की थी कि पासपोर्ट ऑफिसर ने उनकी अर्जी इसलिए खारिज कर दी, क्योंकि वो अलग-अलग धर्म से थे। इनका कल ही अपाइंटमेंट था। अनस सिद्दीकी ने 19 जून को अपने और अपनी पत्नी के पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। 20 को लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस में उनका अप्वॉइंटमेंट था। इन लोगों ने कल इंटरव्यू स्टेज और क्वालीफायर के कागज दाखिल कर दिया था। कल जब विकास मिश्रा की इनके आवेदन पर नजर पड़ी तो उन्होंने नाम को लेकर आपत्ति जताई और संबंधित कागज पेश करने को कह दिया। इसके बाद तनवी उनके ऊपर भड़क गईं।
मामला मीडिया में आने और तनवी के मामला विदेश मंत्री व पीएमओ को ट्वीट किए जाने के बाद विकास मिश्रा पर कार्रवाई करते हुए उनका तबादला कर दिया गया है और मामले में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। इसके साथ ही साथ अनस और तनवी को हाथ में पासपोर्ट दिया गया है।