पुणे: हमेशा से लौकी और उसका जूस सेहत के लिए बेहद फायदमेंद माना जाता है, पर अब हम आपको ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिस सुनकर अपनी दंग रह जाइयेंगा। पुणे में लौकी का जूस पीने से एक महिला की मौत का मामला सामने आया है। 12 जून को महिला ने लौकी का जूस पीया था। जूस पीने के करीब आधा घंटे बाद ही महिला को उल्टी.दस्त शुरू हो गए। उसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन दो दिन बाद महिला की मौत हो गई।
41 वर्षीय महिला के बारे में कहा जा रहा है कि महिला को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। महिला की मौत के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती कराने के बाद महिला की सेहत में सुधार हो रहा था। लेकिन 15 जून को उन्हें ब्रैन हैमरेज हो गया। जिसके बाद महिला की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस केस के बारे में विशेषज्ञ कपिल बोरवेके का कहना है कि शहर में ये कोई पहला केस नहीं है जब बोतल बंद लौकी का जूस पीने से किसी की मौत हुई हो शहर में हर साल एक से दो ऐसे केस आते रहते हैं। लोगों ने बोतल बंद जूस को पीने से बचना चाहिए अगर उन्हें इसका टेस्ट अजीब लेगे तो।16 जून को पुणे में महिला की मौत के बाद हर कोई सकते में है। मृतक महिला की एक दोस्त ने बताया कि लौकी का जूस पीने के बाद उसे उल्टी.दस्त शुरू हो गए।
जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि लौकी का जूस पीने के बाद किसी की जान कैसे जा सकती है। सेहत के लिए लौके के जूस को अच्छा माना जाता है। अक्सर लोग खुद को स्लिम करने के लिए लौके के जूस का सहारा लेते हैं। आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में भी लौकी के जूस का काफी इस्तेमाल किया जाता है।
बताया जाता है कि खाली पेट लौकी का जूस पीने से डायबिटीज, हृदयरोग, पेशाब आदि जैसी कई बीमारियां दूर हो सकती हैं। कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए लोग लौकी का जूस पीने की सलाह देते हैं। हालांकि लौकी का कड़वा जूस पीने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। लौकी का कड़वा जूस सेहत के लिए घातक हो सकता है। जानकारों का कहना है कि लौकी का कड़वा जूस पेट के लिए काफी हानिकारक होता है। लौकी के कड़वे जूस से पेट में जहरीले रसायन बढ़ाते हैं।
जिस कारण व्यक्ति को बेचैनी, पेट में दर्द, उल्टी या खून की उल्टी और तनाव महसूस होने लगता है। कई बार ये स्थिति हालात से बाहर हो जाती है। इसलिए डॉक्टरों को कहना है कि लौकी का जूस पीने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लेनी चाहिए। साल 2011 में भारत सरकार ने लौके के जूस को लिए एक कमेटी भी बनाई थीए जिसमें बोतल में बंद लौकी का जूस पीने को लेकर चेतावनी जारी की थी।