संसद का मॉनसून सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है. मॉनसून सत्र के लिए विपक्षी दल अपनी रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए आज बैठक करेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में राज्यसभा के नए उपसभापति के उम्मीदवार चयन के लिए विपक्षी दल चर्चा कर सकते हैं.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में विपक्ष में शामिल प्रमुख दलों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है.
बता दें कि पीजे कुरियन के उपाध्यक्ष पद से एक जुलाई को सेवानिवृत्त होने के बाद वे राज्यसभा के उपाध्यक्ष पद के चुनाव होने हैं. ऐसे में विपक्षी दल मॉनसून सत्र के एजेंडे पर मंथन करेंगे.
माना जा रहा है कि सरकार मॉनसून सत्र में चुनाव नहीं करवा सकती है. हालांकि, सत्ताधारी बीजेपी ने इस मसले पर अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. संविधान में राज्यसभा उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए कोई निश्चत समय सीमा का जिक्र नहीं है और परंपरा के अनुसार राज्यसभा के नए उपाध्यक्ष का चुनाव मौजूदा उपाध्यक्ष के सेवानिवृत्त होने के कुछ महीने बाद होता रहा है.
विपक्ष चुनाव के पक्ष में दिख रहा है हालांकि बहुत कुछ तेलंगाना राष्ट्रीय समिति, अन्नाद्रमुक, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के रुख पर निर्भर करेगा.
इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेस इस पद के लिए विपक्ष के उम्मीद को समर्थन दे सकती है. हालांकि किसी पार्टी ने नहीं कहा है कि वह अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है. कयास यह लगाया जा रहा है कि टीएमसी या एनसीपी से विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार किसी को बनाया जा सकता है.
विपक्ष मॉनसून सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति भी इस बैठक में बनाने की संभावना है. माना जा रहा है कि विपक्ष सत्र में मॉब लिंचिंग, बैंक धोखाधड़ी, किसानों की दशा और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मसलों को लेकर सरकार को घेर सकती है.