लखनऊ , 16 दिसम्बर कैश वैन में तैनात चालक सुनील व सिक्योरिटर गार्ड इंदर सिंह घटना के वक्त वैन के पास चाय पी रहे थे। शायद दोनों की यही लापरवाही घटना की वजह बन गयी और बदमाश दोनों की इस लापरवाही का फायदा उठाकर वैन से रुपये से भरा बक्सा लेकर फरार हो गये। बताया जाता है कि दोपहर करीब 2 बजे जब बैंक आफ इण्डिया की मार्शल गाड़ी गोल मार्केट चौराहे पहुंची तो कैशियर दीपांशू व एक गार्ड केदारनाथ बैंक में कैश देने के लिए नई करेंसी वाला बक्सा लेकर अंदर चले गये।
बताया जाता है उनको गोल मार्केट की इस शाखा में 14 लाख रुपये नई करेंसी देनी थी। वहीं पुरानी करेंसी वाला बक्सा गाड़ी में ही रखा था। एक गार्ड उसकी सुरक्षा के लिए मौजूद था और साथ में ही चालक भी था। कैशियर व गार्ड केदारनाथ के बैंक के अंदर जाते ही चालक सुनील व दूसरा गार्ड इंदर सिंह गाड़ी में रखे नोट को लेकर बेफीकर हो गये। वह दोनों वैन के पीछे वाले गेट के पास खड़े होकर चाय पीने लगे। दोनों की इस बेफीकरी का फायदा बदमाशों ने उठाया और बड़ी आराम से कैश वैन का सड़क की तरफ वाला दरवाजा खोला और बक्सा लेकर गायब हो गये।
बदमाशों की संख्या को लेकर संशय कैश वैन से एक करोड़ रुपये चोरी की इस वारदात में कितने बदमाश शामिल थे, फिलहाल इस बात को लेकर संशय है। पान दुकानदार ने सिर्फ एक बदमाश को बक्सा लेकर भागते देखा था। वहीं आसपास के लोगों से जब पुलिस ने बातचीत की तो पता चला कि दो बदमाश थे। वहीं कुछ लोगों के बीच इस बात की भी चर्चा थी कि बदमाश फार्चूनर गाड़ी से सवार थे। फिलहाल अभी तक पुलिस को इस बात का पता नहीं चल सका है कि वारदात में हकीकत में कितने बदमाश शामिल थे। पुलिस के अधिकारी इस बात को मान रहे हैं कि इतनी बड़ी वारदात को अकेले एक बदमाश अंजाम नहीं दे सकता है। वारदात के पीछे पूरा गैंग हो सकता है जो घटनास्थल के आसपास ही मौजूद होगा।