फ्री प्रेस जनरल की एक खबर में बताया गया है कि मशहूर बिजनेस मैन आनंद महिंद्रा ने 1 को ट्वीट करके बताया कि उन्होंने अपना वादा पूरा कर दिया है आैर हरियाणा के ‘जूतों के डॉक्टर’ को उसका नया क्लीनिक गिफ्ट कर दिया है। अगर आप को अभी भी याद ना आया हो तो बता दें कि इसी साल की शुरूआत में १७ अप्रैल को महिंद्रा का ट्विटर पर जूतों के डाक्टर वाला पोस्ट काफी वायरल हुआ था। इस पोस्ट में एक तस्वीर भी थी जिसमें दिखार्इ दे रहे एक मोची ने सड़क के किनारे अपनी दुकान पर एक बैनर लाया हुआ था आैर उस पर लिखा था ‘जख्मी जूतों का हस्पताल’। इतना ही नहीं उस उस बैनर पर खुलने बंद होने के समय आैर बीमारियों के किस्म आैर इलाज के साथ लंच टाइम तक की सारी जानकारी किसी अस्पताल के विज्ञापन तरह से लिखी हुई थी। आनंद महिंद्रा उससके अंदाज काफी प्रभावित हुए थे, आैर उन्होंने ये बात अपनी पोस्ट में बतार्इ भी थी।
किया एक वादा
महिंद्रा ने अपनी पोस्ट में कहा था कि वे इस शख्स की मार्केटिंग स्किल से काफी प्रभावित हुए हैं आैर उसे मार्केटिंग के छात्रों को पढाया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने उसकी मदद करने का भी वादा किया था। उन्होंने उसे आर्थिक मदद करने का मन बनाया। इसके बाद उन्होंने ‘जूतों के डॉक्टर’ जिसका वास्तविक नाम नरसीराम बताया गया था आखिर ढूंढ निकाला। मिलने के बाद नरसीराम ने आर्थिक मदद तो स्वीकार नहीं की पर अपने लिए बेहतर दुकान की इच्छा जरूर जाहिर की। इस पर महिंद्रा ने उसे नई दुकान देने का वादा किया।
पूरा किया वादा काफी अनोखे अंदाज में
आनंद को लगा एेसे इनोवेटिव तरीके से अपनी दुकान का प्रचार करने वाले की दुकान भी कुछ खास ही होनी चाहिए आैर आखिर १ अगस्त को उन्होंने अपने ट्वीट से बताया कि वो वादा पूरा कर दिया गया है। उन्होंने नरसीराम को एक शानदार दुकान बनाकर दी है। इस नयी दुकान का वडियो भी उन्होंने साझा किया है। वे दुकान पर जख्मी जूतों का अस्पताल या डॉक्टर नरसी राम लिखना चाहते थे, क्योंकि दुकान इसीलिए मशहूर हुर्इ थी। इसीलिए उन्होंने वैसा ही करते हुए दुकान का नाम वही दिया है। उनके इस जेस्चर को लोगों ने काफी पसंद किया आैर देखते ही देखते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बैनर की तर्ज पर इसकी भी ओपीडी सुबह 9 से दोपहर 1 बजे, लंच दोपहर 1 से 2 बजे और फिर उसके बाद 2 से 6 बजे शाम तक ये अस्तपाल खुलेगा। यहां भी सभी प्रकार के जूते जर्मन तकनीक से ठीक होंगे।