साइबर जालसाजों ने रेलवेकर्मी के खाते से 4,89000 लाख रुपये उड़ाए। एटीएस कमाडो के खाते से 62 हजार रुपये उड़ाकर एक महिला के एकाउंट में ट्रासफर किए। जबकि, एक निजी कंपनी कर्मी को झासे में लेकर उनके खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिए। ऐसे दिया वारदात को अंजाम:
आलमबाग समर विहार कॉलोनी निवासी रेलवे कर्मी प्यारे लाल निराला ने बताया कि 19 जुलाई को उनके पास अभिषेक शर्मा नाम के व्यक्ति ने फोन करके कहा कि आपके दोनों एटीएम कार्ड बंद होने जा रहे हैं। इन्हें चालू रखने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) बताएं। इस पर उसे आरडीएसओ स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और मानकनगर इनडसइंड बैंक के एटीएम कार्ड का नंबर बता दिया। 23 जुलाई तक उनके खाते से 4,89000 रुपये निकल गए। मानकनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। एटा के मिलावली देहात कोतवाली क्षेत्र के कठौली गाव निवासी लायक सिंह एटीएस कमाडो हैं। उन्होंने बताया कि वह नादरगंज एटीएस कमाडो ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हैं। पास बुक में एंट्री कराई तो खाते से 62 हजार मिले गायब:
पीजीआइ स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में उनका खाता है। कमाडो के मुताबिक, 15 जून को उन्होंने बैंक जाकर पासबुक में एंट्री कराई तो खाते से 62 हजार रुपये निकलने की जानकारी हुई। उन्होंने बैंक अधिकारियों के माध्यम से पड़ताल कराई तो पता चला कि साइबर जालसाजों ने छत्तीसगढ़ के हजारीबाग विष्णुपुरी निवासी अर्चना सिन्हा पत्नी मनोज सिन्हा के खाते में रुपए स्थानातरित किए गए हैं। जिसके बाद सरोजनीनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। कमाडो ने बताया कि पुलिस ने अर्चना सिन्हा से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके खाते में सवा लाख रुपये आ गए थे। यह रुपये कैसे आए उन्हें जानकारी नहीं है। जब रुपये खाते में पुन: वापस करने को कहा तो वह गाली-गलौज कर धमकी दी। इस पर अर्चना सिन्हा के खिलाफ धोखाधड़ी की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई। एटीएम कार्ड का नंबर पूछकर खाते से उड़ाए 50 हजार:
कृष्णानगर पुलिस के मुताबिक बदालीखेड़ा निवासी संतोष कुमार ने बताया 28 जुलाई को उनके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर एटीएम कार्ड बंद किए जाने की बात कही। इस पर उन्हें कोड नंबर बता दिया। कोड नंबर की जानकारी देते ही मोबाइल में मैसेज आने लगे। फोन कटने पर पता चला कि खाते से 50 हजार रुपये निकल गए। इसके बाद बैंक जाकर एटीएम कार्ड ब्लाक कराया। थाने पहुंचकर मोबाइल नंबर के आधार पर जालसाज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। ऐसे करें ठगों से बचाव
– कभी भी अपना एटीएम नंबर व पासवर्ड किसी को भी नहीं बताएं।
– यदि कोई अपने को बैंक अधिकारी बताकर भी एटीएम पासवर्ड जानने की कोशिश करे तो भी जानकारी नहीं दें। क्योंकि कोई बैंक अपने खाताधारकों को जानकारी लेने के लिए फोन नहीं करता।
– ऐसी कॉल आने पर पुलिस व बैंक प्रबंधन को सूचित करें।
– जिन एटीएम में गार्ड नहीं हो वहा पैसा निकासी से परहेज करें।
– यदि किसी ने बरगलाकर आपसे जरूरी जानकारी लेकर ऑनलाइन खरीदारी करनी शुरू कर दी है तो उसका मैसेज आते ही टोलफ्री नंबर पर सूचना करें। यह नंबर 1800112211 है।
-अगर आपके खाते से राशि उड़ा ली गई है तो चार-छह घटे के अंदर ही पुलिस को सूचित करें। बारह घटे के अंदर उड़ाई गई राशि आपको वापस मिल सकती है। 24 घटे बीतने पर राशि वापसी की गुंजाइश खत्म हो जाती है।