लखनऊ: शहर में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जहां एक तरफ सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर रखा है, वहीं अब रूक-रूक कर हो रही बारिश जानलेवा साबित होती जा रही है। शुक्रवार को नाका के गणेशगंज और हुसैनगंज के मुरलीनगर इलाके में दो जर्जर मकान ताश के पत्तों की तरह भर-भराकर ढह गयी। गणेशगंज में मकान ढहने से एक किशोरी की मौत हो गयी,जबकि उसकी मां घायल हो गयी। वहीं हुसैनगंज में मकान के मलबे के नीचे दबकर कबाब पराठे के दो कारीगरों की मौत हो गयी और तीन लोग घायल हो गये। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पारा के इलाके में खेलते-खेलते पानी से भरे एक प्लाट में डूबकर एक सात साल के मासूम की मौत हो गयी।
पहली घटना- नाका के गणेशगंज तिवारी लेन में सिक्योरिटी गार्ड सर्वेश मिश्र का दश्कों पुराना पुश्तैनी मकान है जो पूरी तरह जर्जर हो चुका है। सर्वेश के मकान में दो किरायेदार भी रहते हैं। बताया जाता है कि कई दिनों से हो रही बारिश के चलते मकान की हालत और जर्जर हो गयी थी। बताया जाता है कि रोज की तरह सर्वेश सुबह 8 बजे अपनी ड्यूटी पर चला गया।
उसका बेटा गौरव कालेज चला गया। दो बेटियां महक और ज्योति मकान के पिछले हिस्से में थी। सर्वेश की पत्नी सरतिा और 14 वर्षीय बेटी आशी मकान के अंदर मौजूद थे। सुबह करीब आठ से साढे आठ बजे के बीच अचनाक सर्वेश का मकान ढह गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। मलबे में सरिता और आशी दब गये थे और मदद के लिए चीख-पुकार मची हुई थी।
सूचना मिलते ही मौके पर नाका पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने लोगों की मदद से सरिता और आशी को मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से आशी को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भेज दिया। ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान आशी की मौत हो गयी। मकान ढहने से घर में रखी सारी गृहस्थी मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गयी। वहीं गली में खड़ी कुछ बाइक भी मलबे में दबने से टूट गयी। मौके पर राहत और बचाव कार्य के लिए नगर निगम की टीम को भी बुलाया गया। मेयर सुयक्ता भाटिया और कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जौशी भी मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया।
दूसरी घटना- मकान ढहने की दूसरी घटना हुसैनगंज के मुरलीनगर स्थित शीशे वाली मजिस्द के पीछे हुई। यहां पर मुर्तजा अली का सालों पुराना मकान है जो पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इस मकान में बहराइच निवासी नदीम, चांदबाबू और अभिषेक रहते हैं। यह लोग हुसैनगंज इलाके में अड्डा रोल और कबाब पराठे की दुकान लगाते हैं। बताया जाता है कि नदीम की दुकान पर बहराइच जनपद निवासी 28 वर्षीय शाहबउद्दन उर्फ किन्नू और 22 वर्षीय इम्तियाज बतौर कारीगर काम करते हैं। यह लोग अपने परिवार के साथ उदयगंज इलाके में रहते हैं। बताया जाता है कि सुबह रोज की तरह दोनों कारीगर नदीम के घर पहुंचे और ठला लगाने के लिए सामान की व्यवस्था करने लगे। सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे अचानक जर्जर मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गया। मलबे में नदीम, चांदबाबू, अभिषेक, किन्नू और इम्तियाज दब गये। अचानक हुई इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। लोग मदद के लिए दौड़े और मलबे में दबे लोगों को किसी तरह बाहर निकाला। सूचना मिलते ही हुसैनगंज पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां किन्नू और इम्तियाज की मौत हो गयी,जबकि नदीम, चांद और अभिषेक का इलाज चल रहा है। मकान गिरने की खबर मिलते ही डीएम कौशल राज, मेयर संयुक्ता भाटिया और कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी मौके पर पहुंची। लोगों का आरोप है कि मकान जर्जर होने के बावजूद भी मकान मालिक ने इसकी रिपेयरिंग नहीं करायी और तेज बारिश के चलते मकान ढह गया।
किन्नू के 9 माह के बेटे से पिता का साया उठा
बहराइच जनपद निवासी किन्नू उर्फ शाहबउद्दीन अपनी पत्नी रानी और 9 माह के बेटे जयान के साथ किराये के मकान में रहता था। वह नदीम के साथ मिलकर अड्डे रोल का काम करता था। पत्नी रानी ने बताया कि रोज की तरह किन्नू काम के लिए निकला था। कुछ ही घण्टे के बाद रानी के पास पुलिस का फोन आया और उसकी मौत की खबर दी गयी। अचानक पति की मौत की खबर मिलते ही रानी बदहवास हो गयी। मोहल्ले के लोगों ने किसी तरह उसको संभाला। इस घटना के बाद रानी के जुबान पर एक ही जुम्ला था कि उसके 9 माह के मासूम बेटे की सिर से पिता का साया उठ गया।
तीसरी घटना- पारा के हंसखेड़ा इलाके में मजदूर मोहम्मद सिद्दीक अपने परिवार के साथ झोपड़ी में रहता है। बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह करीब 9 बजे उसका सात साल का बेटे अली मोहम्मद घर के पास ही बनी डूडा कालोनी में खेल रहा था। मासूम अली खेलते-खेलते अचानक पानी से भरे एक प्लाट में गिर पड़ा। प्लाट में पानी काफी था और मासूम अली की उसमें डूबने से मौत हो गयी। कुछ देर के बाद परिवार के लोग अली को तलाशने निकले तो उनकी नज़र पानी से भरे प्लाट में गयी। प्लाट में मासूम का शव उतरा रहा था। अली का शव देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही मौके पर पारा पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने छानबीन के बाद अली के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
डीएम का कहना 150 जर्जर मकान चिन्हित
मकान ढहने की सूचना पर डीएम कौशल राज हुसैनगंज घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शहर भर में 150 जर्जर मकान को चिन्हित किया गया है। उन मकानों में रहने वालें लोगों को नोटिस भी दिया गया है। डीएम का कहना है कि अब तक सिर्फ चार लोगों ने ही मकान खाली किया है। डीएम का कहना है कि जर्जर मकानों में रहने वालों लोगों को मकानों से हटाकर शेल्टर होम में शिफ्ट करने की कार्रवाई की जा रही है।