नई दिल्ली: पाकिस्तान पीएम के शपथ ग्रहण में पीओके के राष्ट्रपति के बगल में बैठने और पाकिस्तान सेना के चीफ को लेकर विवादों में घिरे पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है।
आलोचनाएं झेल रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा यदी कोई पाकिस्तान आर्मी चीफ आए और मुझसे कहे कि हम एक ही संस्कृति से संबंध रखते हैं, हम गुरुनानक देव के 550वे प्रकाश पर्व पर करतारपुर बॉर्डर का रास्ता खोल देंगे, तो ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए था। पाक अधिकृत कश्मीर पीओके के राष्ट्रपति की बगल में बैठने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदी आपको किसी कार्यक्रम में एक सम्मानित मेहमान के तौर पर बुलाया जाएए आप वहां बैठेंगे जहां आपसे कहा जाए मैं एक जगह बैठ गया, लेकिन उन्होंने मुझे वहां पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठने के लिए कहा।
बता दें कि 18 अगस्त को क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में भारत से कई लोगों को न्योता भेजा गया थाए लेकिन पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को छोड़कर कोई भी समारोह में नहीं गया। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा समारोह में पहुंचने के साथ ही पहली पंक्ति में बैठे जहां नवजोत सिंह सिद्धू अन्य मेहमानों के साथ बैठे थे।
सिद्धू पाक अधिकृत कश्मीर पीओके के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में बैठे थे। जनरल बाजवा नवजोत सिंह सिद्धू से गले मिले और दोनों ने बातचीत की। बातचीत के दौरान दोनों ने फिर से एक-दूसरे को गले लगाया। पंजाब के कैबिनेट मंत्री सिद्धू ने कहा कि मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिन्दुस्तान से लाया था। जितनी मोहब्बत मैं लेकर आया था उससे 100 गुना ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेके जा रहा हूंण् जो वापस आया है वह सूद समेत आया है।
उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम वापस जाकर अपनी सरकार को एक कदम आगे बढ़ाने के लिए कहें। सिद्धू ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अगर हम एक कदम बढ़ाएंगे तो यहां लोग दो कदम आगे बढ़ाएंगे। पूर्व क्रिकेटर ने कहा तो चलो एक नीले सागर में तैरते हैं और लाल महासागर को छोड़ देते हैं। यह मेरा सपना है। पाकिस्तान आर्मी चीफ को गले लगाने पर बीजेपी समेत कई दलों ने सिद्धू को आड़े हाथों लिया है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कि यह बहुत गंभीर मुद्दा हैण् कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बताना चाहिए कि क्या वह सिद्धू की हरकत का समर्थन करते हैं। अगर नहीं तो वह क्या कार्रवाई कर रहे हैं। देश को स्पष्ट जवाब चाहिए। हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि सिद्धू ने ऐसे समय में धूमधाम से हुए शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया जब देश शोक मना रहा है।