अमेरिकी कंपनी गूगल ने भारतीय भाषाओं में अपने खजाने को बढ़ाते हुए 'नवलेखा' प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है. इस प्रोजेक्ट में हिंदी समेत कई भारतीय प्रादेशिक भाषाओं में ज्ञान-कोश और सूचना सामग्री के विस्तार पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा, गूगल असिस्टेंट में नई भाषाओं को शामिल कर उसे उन्नत बनाने की बात की गई है. कंपनी की ओर से एक कार्यक्रम के दौरान कहा गया कि भारतीय भाषाओं में गूगल पर बहुत कम सामग्री है, लेकिन इन भाषाओं में प्रकाशित सामग्री बहुत ज्यादा मात्रा में है. इसलिए गूगल ने नवलेखा प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रकाशित सामग्री को शामिल कर गूगल के खजाने को बढ़ाया जाएगा. वेब पेज पर मिनटों में अपलोड होगी सामग्री कार्यक्रम में प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए 'इंजीनियरिंग गूगल सर्च' के वाइस प्रेसीडेंट शशिधर ठाकुर ने बताया कि महज चंद मिनट में किसी आलेख को किस प्रकार वेब पेज पर अपलोड किया जा सकता है. इसके लिए गूगल ने वेबपेज बनाने की बहुत ही सरल प्रक्रिया तैयार की है जिससे प्रकाशक अपनी सामग्री को आसानी से ऑनलाइन कर सके. 'गूगल फॉर इंडिया' सम्मेलन में कंपनी ने भारत में इंटरनेट यूजर की संख्या बढ़ाने पर दिया जोर टेक कंपनी ने अपने चौथे वार्षिक सम्मेलन गूगल फॉर इंडिया में कहा कि इंटरनेट यूजर वॉइस यानी आवाज सुनना ज्यादा पसंद करते हैं और कुल मोबाइल में से करीब 75 फीसदी मोबाइल पर ऑनलाइन वीडियो उपलब्ध है. भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी आएगी गूगल फीड कंपनी ने अपने एप गूगल मैप और गूगल असिस्टेंट को अपडेट करने के साथ-साथ गूगल गो और गूगल फीड जैसे एप के माध्यम से भारत के इंटरनेट यूजर को बेहतर सुविधा प्रदान करने का ऐलान किया. गूगल भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी गूगल फीड लाने जा रहा है.

‘नवलेखा’ प्रोजेक्ट: अब गूगल पर भारतीय भाषाओं में मिलेगा पूरा कंटेंट

अमेरिकी कंपनी गूगल ने भारतीय भाषाओं में अपने खजाने को बढ़ाते हुए ‘नवलेखा’ प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है. इस प्रोजेक्ट में हिंदी समेत कई भारतीय प्रादेशिक भाषाओं में ज्ञान-कोश और सूचना सामग्री के विस्तार पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा, गूगल असिस्टेंट में नई भाषाओं को शामिल कर उसे उन्नत बनाने की बात की गई है.अमेरिकी कंपनी गूगल ने भारतीय भाषाओं में अपने खजाने को बढ़ाते हुए 'नवलेखा' प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है. इस प्रोजेक्ट में हिंदी समेत कई भारतीय प्रादेशिक भाषाओं में ज्ञान-कोश और सूचना सामग्री के विस्तार पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा, गूगल असिस्टेंट में नई भाषाओं को शामिल कर उसे उन्नत बनाने की बात की गई है.   कंपनी की ओर से एक कार्यक्रम के दौरान कहा गया कि भारतीय भाषाओं में गूगल पर बहुत कम सामग्री है, लेकिन इन भाषाओं में प्रकाशित सामग्री बहुत ज्यादा मात्रा में है. इसलिए गूगल ने नवलेखा प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रकाशित सामग्री को शामिल कर गूगल के खजाने को बढ़ाया जाएगा.   वेब पेज पर  मिनटों में अपलोड होगी सामग्री कार्यक्रम में प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए 'इंजीनियरिंग गूगल सर्च' के वाइस प्रेसीडेंट शशिधर ठाकुर ने बताया कि महज चंद मिनट में किसी आलेख को किस प्रकार वेब पेज पर अपलोड किया जा सकता है. इसके लिए गूगल ने वेबपेज बनाने की बहुत ही सरल प्रक्रिया तैयार की है जिससे प्रकाशक अपनी सामग्री को आसानी से ऑनलाइन कर सके.   'गूगल फॉर इंडिया' सम्मेलन में कंपनी ने भारत में इंटरनेट यूजर की संख्या बढ़ाने पर दिया जोर टेक कंपनी ने अपने चौथे वार्षिक सम्मेलन गूगल फॉर इंडिया में कहा कि इंटरनेट यूजर वॉइस यानी आवाज सुनना ज्यादा पसंद करते हैं और कुल मोबाइल में से करीब 75 फीसदी मोबाइल पर ऑनलाइन वीडियो उपलब्ध है.   भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी आएगी गूगल फीड कंपनी ने अपने एप गूगल मैप और गूगल असिस्टेंट को अपडेट करने के साथ-साथ गूगल गो और गूगल फीड जैसे एप के माध्यम से भारत के इंटरनेट यूजर को बेहतर सुविधा प्रदान करने का ऐलान किया. गूगल भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी गूगल फीड लाने जा रहा है.

कंपनी की ओर से एक कार्यक्रम के दौरान कहा गया कि भारतीय भाषाओं में गूगल पर बहुत कम सामग्री है, लेकिन इन भाषाओं में प्रकाशित सामग्री बहुत ज्यादा मात्रा में है. इसलिए गूगल ने नवलेखा प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रकाशित सामग्री को शामिल कर गूगल के खजाने को बढ़ाया जाएगा.

वेब पेज पर  मिनटों में अपलोड होगी सामग्री
कार्यक्रम में प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए ‘इंजीनियरिंग गूगल सर्च’ के वाइस प्रेसीडेंट शशिधर ठाकुर ने बताया कि महज चंद मिनट में किसी आलेख को किस प्रकार वेब पेज पर अपलोड किया जा सकता है. इसके लिए गूगल ने वेबपेज बनाने की बहुत ही सरल प्रक्रिया तैयार की है जिससे प्रकाशक अपनी सामग्री को आसानी से ऑनलाइन कर सके.

‘गूगल फॉर इंडिया’ सम्मेलन में कंपनी ने भारत में इंटरनेट यूजर की संख्या बढ़ाने पर दिया जोर
टेक कंपनी ने अपने चौथे वार्षिक सम्मेलन गूगल फॉर इंडिया में कहा कि इंटरनेट यूजर वॉइस यानी आवाज सुनना ज्यादा पसंद करते हैं और कुल मोबाइल में से करीब 75 फीसदी मोबाइल पर ऑनलाइन वीडियो उपलब्ध है.

भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी आएगी गूगल फीड
कंपनी ने अपने एप गूगल मैप और गूगल असिस्टेंट को अपडेट करने के साथ-साथ गूगल गो और गूगल फीड जैसे एप के माध्यम से भारत के इंटरनेट यूजर को बेहतर सुविधा प्रदान करने का ऐलान किया. गूगल भारत की प्रादेशिक भाषाओं में भी गूगल फीड लाने जा रहा है.

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