आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज के लिए अब मरीजों को ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) व सिविल अस्पतालों में भी इलाज मिल सकेगा। इन अस्पतालों से अनुबंध किया जा रहा है। जिला अस्पताल, सीएचसी व सिविल अस्पताल मिलाकर करीब 200 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आएंगे।
बता दें कि इन अस्पतालों में मेडिसिन, सर्जरी, गायनी, शिशु रोग व एनेस्थीसिया के विशेषज्ञ व मेडिकल ऑफीसर होते हैं। 50 से 100 बिस्तर के अस्पतालों में पांच मेडिकल ऑफीसर व दांत के डॉक्टर भी रहते हैं। लिहाजा, ज्यादातर बीमारियों का इलाज यहां हो जाएगा।