ओडिशा। मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते हुए दामों को लेकर जहां एक तरफ जनता परेशान है, वहीं दूसरी तरह इस मुद्दे को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। देश में कई राज्यों में राज्य सरकारों में वैट कम कर लोगों को मरहम लगा है पर इस वक्त ओडिशा में पेट्रोल के मुकाबले डीजल महंगे दाम पर बिक रहा है। राज्य में एक लीटर डीजल का दाम पेट्रोल के मुकाबले 12 पैसे अधिक है।
भुवनेश्वर में रविवार को एक लीटर पेट्रोल का दाम 80ण्57 रुपये जबकि डीजल का दाम 80ण्69 रुपये प्रति लीटर रहा। राज्य की बीजू जनता दल सरकार और विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इसके लिये केन्द्र सरकार की गलत नीतियों को दोषी ठहराया है। उत्कल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासिचव संजय लाथ ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब डीजल के दाम पेट्रोल से ऊपर निकल गये।
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर अलग.अलग लगाई जाती है जबकि ओडिशा में दोनों ईंधनों पर 26 प्रतिशत की दर से वैट लगाया जाता है। उन्होंने दावा किया कि दाम ऊंचे रहने की वजह से ओडिशा में डीजल की बिक्री कम हुई है। ओडिशा के वित्त मंत्री एस बी बेहड़ा ने कहा कि यह असंतुलन मुख्य रूप से केन्द्र की भाजपा नीत राजग सरकार की गलत नीतियों की वजह से हुआ है।
केन्द्र सरकार और तेल विपणन कंपनियों के बीच सुनियोजित समझ होनी चाहिये। भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि देश में हर व्यक्ति जानता है कि ईंधन के दाम क्यों बढ़ रहे हैं।
देश के 13 राज्यों ने ईंधन पर वैट में कटौती की है लेकिन ओडिशा सरकार ने इस मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान जो ओडिशा से आते हैं ने रविवार को एक बार फिर राज्य सरकार से पेट्रोल, डीजल पर वैट कम करने की अपील की है ताकि जनता को और राहत दी जा सके।